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will cm raje notified building bilaws of mount abu before her visit- Sabguru News
होम Sirohi Aburoad सुराज संकल्प यात्रा में माउण्ट आबू रात्रि विश्राम का कर्ज 30 को उतार पाएंगी मुख्यमंत्री राजे!

सुराज संकल्प यात्रा में माउण्ट आबू रात्रि विश्राम का कर्ज 30 को उतार पाएंगी मुख्यमंत्री राजे!

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सुराज संकल्प यात्रा में माउण्ट आबू रात्रि विश्राम का कर्ज 30 को उतार पाएंगी मुख्यमंत्री राजे!
leaders of mount abu offering garlend to cm raje during apka zila aapki sarkar in sirohi
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सबगुरु न्यूज-सिरोही। मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के जोधपुर संभाग के सुराज गौरव यात्रा के दौरान सिरोही जिले का संभावित कार्यक्रम आ चुका है। इसके अनुसार मुख्यमंत्री 30 अगस्त को पाली जिले के सुमेरपुर विधानसभा के बाद सिरोही जिले में प्रवेश करेंगी। यहां पर पूरा दिन बिताने के बाद माउण्ट आबू में रात्रि विश्राम करेंगी।

ऐसे में माउण्ट आबू वासियों को इस बात का इंतजार है कि मात्र एक हस्ताक्षर के कारण अटका पड़ा माउण्ट आबू का बिल्डिंग बायलाॅज को मुख्यमंत्री अपनी राजस्थान गौरव यात्रा के दौरान सिरोही प्रवास के दौरान घोषणा करेंगी। इस एक घोषणा से माउण्ट आबू के दस हजार लोगों को 2009 में गहलोत सरकार के दौरान सुप्रीम कोर्ट के आदेश से छिने मकान और भवन बनाने के मौलिक अधिकार मिल सकेंगे।

इस बायलाॅज के बिना माउण्ट आबू अघोषित सरकारी आपातकाल से मुक्ति मिल जाएगी। 2013 में मुख्यमंत्री राजे ने सुराज गौरव यात्रा के दौरान भी माउण्ट आबू में ही रात्रि विश्राम किया था और इस बार माउण्ट आबू वासियों के जेहन में ये सवाल है कि राजस्थान गौरव यात्रा के दौरान रात्रि विश्राम के दौरान वे बिल्डिंग बायलाॅज की खुशखबरी लेकर पहुंचेंगी या नहीं।

दस साल से निर्माण पर है रोक

प्रदेश का पर्वतीय स्थल और राजस्थान के कश्मीर के नाम से विख्यात माउण्ट आबू जून, 2009 में सुप्रीम कोर्ट के दबाव के बाद ईको सेंसेटिव जोन नोटिफाइड हुआ था। इसके बाद यहां पर निर्माण गतिविधियां पूरी तरह से बंद थी। इस पाबंदी का असर सबसे ज्यादा जरूरतमंद और आर्थिक रूप से कमजोर लोगों पर पड़ा। कद्दावर लोग अवैध तरीके से निर्माण करवाते रहे, जिन्हें एनजीटी और राजस्थान हाईकोर्ट में चुनौती दी हुई है।

ईको सेंसेटिव जोन में जोनल मास्टर प्लान बनाना था। इसके अनुसार ही निर्माण होना था। पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का पूरा कार्यकाल निकल गया, लेकिन वे माउण्ट आबू का जोनल मास्टर प्लान नहीं बनवा पाए। सरकार बदलने पर मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के शासन में आधा कार्यकाल निकलने के बाद आखिरकार 2016 में जोनल मास्टर प्लान नोटिफाइड हो गया।

इसके बाद भी बिल्डिंग बायलाॅज बने बिना यहां निर्माण गतिविधियां नहीं हो सकती थी। बिल्डिंग बायलाॅज बनाया गया, उसमें खामी होने के कारण उसे निरस्त किया गया। इसके लिए बाद में राज्य सरकार ने एक तीन सदस्यीय समिति बनाई। बाद में फिर से बायलाॅज बनाकर इस समिति के पास भेज दिया गया।

एक साल से ज्यादा समय से बायलाॅज नोटिफाइड नहीं हो पाने से स्थानीय लोग समस्या से जूझ रहे हैं। अब मुख्यमंत्री के राजस्थान गौरव यात्रा में सिरोही पहुंचकर माउण्ट आबू में रात्रि विश्राम से पूर्व इस बिल्डिंग बायलाॅज के पूर्ण होने की आशा बंधी है।

इनका कहना है….

स्वायत्त शासन मंत्री के गुरुवार को आबूरोड आने पर इस संबंध में चर्चा हुई थी। उन्होंने बताया कि बायलाॅज तैयार हो चुका है। सिरोही में सभा के दौरान इसकी मुख्यमंत्री 30 अगस्त को इसकी घोषणा कर सकती हैं।
सुरेश कोठारी
अध्यक्ष, यूआईटी, आबूरोड।

स्वायत्तशासन मंत्री श्रीचंद कृपलानी के आबूरोड आने पर उनसे इस संबंध में बात हुई थी। उन्होंने जयपुर इस पर तुरंत बात की थी। माउण्ट आबू का बायलाॅज बनकर तैयार हो गया है। 28 अगस्त तक यह नोटिफाई हो जाएगा। मुख्यमंत्री सिरोही प्रवास के दौरान इसकी विधिवत घोषणा कर जारी कर सकती हैं।
सुनील आचार्य
अध्यक्ष, भवन निर्माण एवं संकर्म समिति, माउण्ट आबू।