बेंगलुरु । वरिष्ठ कांग्रेस नेता जयपाल रेड्डी ने आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अगुआई वाली केंद्र की राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन सरकार फ्रांस से 108 राफेल विमान खरीद के लिए किये गये नये सौदे से देश को करीब 41 हजार करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है।
रेड्डी ने मंगलवार को यहां प्रेस कांफ्रेंस में कहा कि नये सौदे का उद्देश्य मुख्य रूप से श्री मोदी के मित्र अनिल अंबानी को फायदा पहुंचाना था, जिन्होंने सौदा होने से 12 दिन पहले ही अपनी नयी कंपनी बनायी थी। उन्होंने कहा कि पूर्ववर्ती संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन सरकार ने विमान निर्माण के लिए सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनी हिन्दुस्तान एयरोनाटिक्स लिमिटेड (एचएएल) से समझौता किया था। नये सौदे से न केवल एचएएल को नुकसान पहुंचा, बल्कि 10 हजार रोजगार के अवसर से देश के युवक वंचित हो गये।
नये राफेल सौदे के पारदर्शी और वास्तविक से कम लागत होने संबंधी केंद्र सरकार के दावे पर उन्होंने कहा कि सरकार को सौदे का विस्तृत विवरण सार्वजनिक करना चाहिए। उन्होंने आरोप लगाया कि सच्चाई के सामने आने के डर से केंद्र सरकार राफेल सौदे की जांच के लिए संयुक्त संसदीय समिति(जेपीसाी) का गठन भी नहीं कर रही है।
उन्होंने कहा कि श्री मोदी ने कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के 10 सवालों का अब तक जवाब भी नहीं दिया है। प्रधानमंत्री अपने को देश और संविधान से बढ़कर समझ रहे हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि श्री मोदी फ्रांसीसी कंपनी और अनिल अंबानी के बीच मध्यस्थ हैं। पेट्रोल और डीजल की कीमतों में बेतहाशा वृद्धि के बारे में पूछे जाने पर कांग्रेसी नेता ने कहा कि केंद्र सरकार को उत्पाद शुल्क घटाना चाहिए।