रांची। अविभाजित बिहार के बहुचर्चित चारा घोटाला में सजायाफ्ता बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और राष्ट्रीय जनता दल के अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव ने आज यहां केन्द्रीय जांच ब्यूरो की विशेष अदालत में आत्मसमर्पण कर दिया और उसके बाद उन्हें बिरसा मुंडा जेल भेज दिया गया।
बुधवार को ही पटना से रांची पहुंचे यादव ने आज सीबीआई के विशेष न्यायाधीश एसएस प्रसाद की अदालत में आत्मसमर्पण किया। यादव ने अदालत से आग्रह किया कि उनका स्वास्थ्य ठीक नहीं है इसलिए उन्हें राजेंद्र इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस की निगरानी में रखा जाए। अदालत ने उनके आग्रह को स्वीकार कर लिया और आदेश दिया कि यादव को रिम्स के डाक्टरों की निगरानी में चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराई जाए।
अदालत के आदेश से यादव को होटवार स्थित बिरसा मुंडा केंद्रीय कारागार में भेज दिया गया और वहां मेडिकल जांच के बाद उन्हें बेहतर इलाज के लिए रिम्स भेज दिया गया। यादव आज रिम्स में ही रहेंगे। उनकी जांच अभी पूरी नहीं हुई है। कल रिपोर्ट आने के बाद तय होगा कि वे रिम्स में रहेंगे या जेल में ही चिकित्सकों की देखरेख में रहेंगे।
गौरतलब है कि चारा घोटाला के तीन मामलों में दोषी करार दिये जा चुके यादव चार महीने से औपबंधिक जमानत पर थे। पिछले 25 अगस्त को झारखंड उच्च न्यायालय ने स्वास्थ्य के आधार पर उन्हें दी गयी औपबंधिक जमानत को रद्द करते हुए 30 अगस्त तक सीबीआई की विशेष अदालत में आत्मसमर्पण करने का निर्देश दिया था। इसी आदेश के आलोक में राजद सुप्रीमो ने सीबीआई की विशेष अदालत में आत्मसमर्पण किया है ।