अजमेर। विधानसभा अध्यक्ष कैलाश मेघवाल ने कहा है कि डाॅ. भीमराव अम्बेडकर एक बड़े विधिवेत्ता थे, उनके द्वारा संविधान का निर्माण किया गया। संविधान को उसकी मूल भावना के अनुरूप ही आज लागू करने की जरूरत है।
विधानसभा अध्यक्ष रविवार को अजमेर के कायड स्थित मेघवाल शिक्षा शोध संस्थान द्वारा आयोजित प्रतिभा सम्मान समारोह में मुख्य अतिथि पद से संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि संविधान की भावना के अनुरूप लागू होने पर सभी को सामाजिक, आर्थिक लाभ मिलेगा वहीं समानता के अवसर मिल सकेंगे।
इसके लिए प्रगतिशील विचारों के व्यक्तियों को आगे आना होगा, तभी देश का विकास होगा। उन्होंने मेघवाल शिक्षा शोध संस्थान द्वारा युवा वर्ग की प्रतिभाओं को आगे बढ़ाने के लिए किये जा रहे प्रयासों की सराहना की।
समारोह के विशिष्ट अतिथि संसदीय सचिव सुरेश सिंह रावत ने डाॅ. अम्बेडकर के विचारों एवं दिखाए मार्ग पर चलने का आव्हान किया। उन्होंने कहा कि उनकी जीवनी सदा प्रेरणादायी रही है। वे सदैव समाज को संगठित रूप से देखना चाहते थे। समाज संगठित होने पर ही वह आगे बढ़ सकता है।
समारोह की अध्यक्षता करते हुए लखनउ के अतिरिक्त मुख्य अभियंता सुरेश चन्द्र बुनकर ने कहा कि इस प्रकार के प्रतिभा सम्मान समारोह के आयोजन से अन्य बच्चों को भी आगे आने की प्रेरणा मिलती है। उन्होंने कहा कि सभी सक्षम व्यक्तियों को अपने समाज के प्रति जो कुछ कर सकते है, करना चाहिए।
इस मौके पर अतिथियों ने समाज की विभिन्न क्षेत्रों में उल्लेखनीय उपलब्धि अर्जित करने वाली 63 प्रतिभाओं को सम्मानित किया। वहीं समाज में विशिष्ट योगदान देने वाले भामाशाहों को भी सम्मानित किया गया।
समारोह में मेघवाल शिक्षा शोध संस्थान की पत्रिका ‘मेघ मन्जूषा’ का भी अतिथियों ने विमोचन किया। प्रारंभ में संस्थान के अध्यक्ष जीसी नारवाल ने सभी का स्वागत किया।
इस मौके पर राजसमंद के जिला प्रमुख प्रवेश सालवी, राजसमंद के पूर्व विधायक बंशीलाल गहलोत, सेवानिवृत पुलिस सेवा के अधिकारी गुरूचरण राही, सेवानिवृत विदेश व्यापार सेवा के बीपी बुनकर, अजमेर विद्युत वितरण निगम के निदेशक तकनीकी केपी वर्मा, अशोक सामरिया, सेवानिवृत आईएएस जेपी विमल, डाॅ. अशोक मेघवाल, संस्थान के पूर्व अध्यक्ष डीआर जोधावत, पीआर राठी सहित अनेक गणमान्य नागरिक उपस्थित थे।