राजसमंद। मियाला में आयोजित हो रही सात दिवसीय भागवत कथा में दूसरे दिन श्रीश्री 1008 उत्तम स्वामी महाराज के सान्निध्य में भागवत कथा का वाचन किया गया।
कथा वाचन करते हुए उन्होंने कहाकि मनुष्य को अपना जीवन परमात्मा के चरणों मे अर्पित कर देना चाहिए जिससे जीवन धन्य हो सकता है। छल कपट को छोड़कर प्रेम सदभाव से रहने की नसीयत दी। झूठ से सदा दूरी बनाए रखने की बात बताते हुए सत्य, ईमानदारी से जीवन का संदेश दिया। शराब के अवगुण बताते हुए शराब सेवन से दूर रहने, शराब के नुकसान बताए।
इस अवसर पर नारायणलाल दमामी, रजनीश भाई, सतवीर सिंह लगेतखेड़ा, पुरुषोत्तम राजपुरोहित, जगदीश शर्मा, मंजू तिवारी, पुष्पा टांक, देवीलाल, प्रभु लाल, तारा शंकर, नारायणलाल, सोहनलाल मगरा क्षेत्र समेत मेवाड़, मारवाड़, मेरवाड़ा क्षेत्र के हजारों नर नारी भागवत कथा सुनकर लाभ उठाया। इस दौरान संगीतमय भागवत कथा में भक्तगण भाव विभोर होकर झूमते रहे।
इससे पहले उत्तम स्वामी का स्वागत रामदास महाराज, आयोजन समिति संयोजक हीरालाल चंदेल व भगवती देवी, जीवराज चंदेल, संतोषी देवी, आयोजन समिति अध्यक्ष, भाजपा ओबीसी जिलाध्यक्ष जयेन्द्र सिंह रावत, रावत राजपूत महिला प्रदेशाध्यक्ष प्यारी कंवर मण्डावर, मियाला पूर्व सरपंच रामलाल मेवाड़ा, हवलदार विरद सिंह बामनिया ने किया।
विशाल भजन संध्या भी आयोजित
भागवत कथा आयोजन स्थल नेशनल हाइवे आठ पर मियाला में श्री गुरुकृपा फिलिंग स्टेशन पर गुरुवर उत्तम स्वामी महाराज के सान्निध्य, संयोजक हीरालाल चंदेल, आयोजन अध्यक्ष जयेंद्र सिंह रावत, रावत- राजपूत महिला प्रदेशाध्यक्ष सरपंच प्यारी कंवर मण्डावर, रावत परिषद संस्थापक सतवीर सिंह लगेतखेड़ा, अध्यक्ष आनन्द सिंह सुरडिया, रावत राजपूत महासभा प्रदेश उपाध्यक्ष नाथु सिंह घाटा, युवा प्रदेशाध्यक्ष परमेश्वर सिंह सीरीरमा, समाजसेवी रूप सिंह करमाल, खटीक समाज अध्यक्ष नेमी चंद खटीक, सरपंच विनीता सालवी, पंसस डागर सिंह, विशाल भजन संध्या का आयोजित की गई। देश विदेश में प्रख्यात भजन गायक सम्राट प्रकाश माली एंड पार्टी ने भजन प्रस्तुतियां देकर भाव विभोर कर दिया।
गणपति वंदना के साथ विशाल भजन संध्या का शुभारंभ किया गया। इसके बाद गोडलियो मंगवा दे, रामसा पीर की जय, मायड़ थारो वो पूत कठे, भारत माता की जय जैसे एक से बढ़कर एक बाबा रामदेव, शिव आराधना, देशभक्ति से ओतप्रोत भजनों की प्रस्तुति दी।
इस अवसर पर प्रदीप सिंह सुजावत, धर्मेन्द्रसिंह लोटियाना, अजमाल सिंह कामलीघाट, जसवंत सिंह मण्डावर, रामलाल मेवाड़ा, भंवर सिंह कनियात, तोलूसिंह आडावाला, पूरण मल सालवी, कुशाल सिंह मालावत, प्रभु लाल कालेटरा, रूपसिंह धाड़ियात, लक्ष्मण सिंह नाबरी, संतोष सिंह, नारायण सिंह बग्गड़, विरद सिंह बामनिया समेत मगरा क्षेत्र के ब्यावर, भीम, देवगढ़, दिवेर, मारवाड़ जंक्शन, सेंदड़ा, आसींद, बदनोर, करेड़ा, आमेट, चारभुजा के हजारों नर नारी मौजूद थे।