नयी दिल्ली । उदयवीर सिद्धू के बाद उनके जुड़वां भाई विजयवीर ने चांगवान आईएसएसएफ विश्व निशानेबाज़ी चैंपियनशिप के आखिरी दिन शुक्रवार को स्वर्णिम प्रदर्शन करते हुये जूनियर पुरूष 25 मीटर स्टैंडर्ड पिस्टल स्पर्धा में व्यक्तिगत और टीम स्वर्ण अपने नाम किये। इसी के साथ विश्व चैंपियनशिप में अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाला भारत 11 स्वर्णों के साथ कुल 27 पदक लेकर तालिका में तीसरे पायदान पर रहा।
कोरिया के चांगवान में शुक्रवार को संपन्न हुयी 52वीं विश्व निशानेबाज़ी चैंपियनशिप के 10वें एवं अंतिम दिन विजयवीर ने दो और स्वर्ण भारत की झोली में डाले। इससे एक दिन पहले उनके जुड़वां भाई विजयवीर ने जूनियर पुरूष 25 मीटर पिस्टल स्पर्धा में भारत को व्यक्तिगत और टीम स्पर्धा का स्वर्ण दिलाया था।
भारत चैंपियनशिप में 11 स्वर्ण, नौ रजत और सात कांस्य पदक जीतकर तालिका में तीसरे नंबर पर रहा। यह उसका विश्व निशानेबाज़ी में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन है। भारत शीर्ष स्थान के चीन और दूसरे नंबर पर रहे मेजबान कोरिया से पीछे रहा। निशानेबाज़ों ने चांगवान में टोक्यो ओलंपिक 2020 के लिये भी देश को दो कोटा दिलाये जो उसकी बड़ी कामयाबी रही है। यह कोटा अंजुम मुद्गिल और अपूर्वी चंदीला ने महिलाओं की 10 मीटर एयर राइफल स्पर्धा में दिलाये।
आईएसएसएफ टूर्नामेंट के अंतिम दिन विजयवीर ने दो स्वर्ण जीते जबकि इससे एक दिन पहले उन्होने 25 मीटर पिस्टल स्पर्धा में व्यक्तिगत कांस्य पदक और टीम स्पर्धा का स्वर्ण जीता था। वह चैंपियनशिप में तीन स्वर्ण और एक कांस्य पदक के साथ सबसे सफल निशानेबाज़ रहे।