अजमेर/पुष्कर। अजमेर जिले में तीर्थ नगरी पुष्कर स्थित जगत पिता ब्रह्मा की पत्नी सुहागदात्री मां सावित्री की एक झलक पाने के लिए रविवार को रत्नागिरी पहाड़ी पर स्थित मंदिर में महिला श्रदालुओं की भारी भीड़ उमड़ पड़ी।
शनिवार देर रात से ही आस्थावान महिलाओं की टोलियां पहाड़ी के दुर्गम रास्तों से मंदिर पहुंचने लगीं थीं। दिन चढने के साथ साथ श्रदालुओं की भीड़ बढ़ती गई। दोपहर तक भारी भीड़ के चलते करीब दो किलोमीटर के पहाड़ी रास्ते पर लंबी कतार लग गई।
भीड़ अधिक हो जाने से पहाडी रास्ते पर जगह जगह जाम की सी स्थित बन आई। गर्मी और धूप से बेहाल महिला श्रदालुओं को परेशानियों का सामना करना भी पड़ा।
हाथों मे सोलह श्रृंगार की सामग्री और मन में मजबूत आस्था का इरादा लिए महिला श्रद्धालुओं की कतारें खत्म होने का नाम ही नहीं ले रहीं थीं। माता सावित्री के सालाना मेले से एक दिन पहले ही उम्मीद से ज्यादा उमड़ी भीड़ उमडने से मंदिर परिसर में अव्यवस्थाओं का माहौल हो गया।
हालात को काबू में रखने के लिए अजमेर से अतिरिक्त पुलिस जाप्ता बुलाकर तैनात किया गया। सिविल डिफेंस के स्वयंसेवकों ने व्यवस्था बनाए रखने में सहयोग किया।
मान्यता है की भादो माह की सप्तमी ओर अष्ठमी तिथि पर सावित्री माता के दर्शन और सुहाग की सामग्री अर्पित करने से परिवार में खुशहाली बनी रहती है। इसी मनोकामना के साथ यहां हजारों की संख्या में महिला श्रद्धालु दर्शन को आतीं हैं। विशेष रूप से देशभर से राजपूत समाज की महिलाएं इसमें शामिल होने पहुंचती हैं।
मंदिर प्रबंधन की ओर से यहां तीन दिवसीय मेले की व्यवस्थाओं को अंजाम दिया जाता है। इस दौरान पहाड़ी की तलहटी में भंडारे का आयोजन भी किया जाता है। रविवार को मंदिर में भव्य जागरण और अष्ठमी के मौके पर सोमवार को भव्य मेला लगेगा।