नई दिल्ली। संयुक्त वामपंथी पैनल ने जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय छात्र संघ के चुनावों में अध्यक्ष समेत सभी चार सीटों पर रविवार को जीत हासिल की।
स्टूडेंट फेडरेशन ऑफ इंडिया, ऑल इंडिया स्टूडेंट्स एसोसिएशन, ऑल इंडिया स्टूडेंट्स फेडरेशन और डेमोक्रेटिक स्टूडेंट फेडरेशन को मिलाकर बनाए गए संयुक्त वाम पैनल के एन साई बालाजी अध्यक्ष पद के लिए चुने गए। इसी पैनल की सारिका चौधरी उपाध्यक्ष, एजाज अहमद राथेर महासचिव और अमुथा जयदीप संयुक्त सचिव चुने गए।
जेएनयू चुनाव में जीत के लिए भारतीय जनता पार्टी से जुड़े अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने एड़ी चोटी एक कर दी थी लेकिन उसके खाते में एक भी सीट नहीं गई। जेएनयू की छात्र राजनीति में पहली बार प्रवेश करने वाले राष्ट्रीय जनता दल के छात्र संगठन काे भी निराशा ही हाथ लगी।
वाम गठबंधन के बालाजी ने 1179 मतों के अंतर से अध्यक्ष पद जीता। बालाजी को 2151 वोट मिले जबकि अभाविप के ललित पांडेय को केवल 972 मत प्राप्त हुए।
उपाध्यक्ष पद पर सारिका को 2592 वोट मिले जबकि उनके निकटतम प्रतिद्वंद्वी अभाविप की गीताश्री बरूआ को 1013 मत प्राप्त हुए। सारिका ने 1579 मतों के भारी अंतर से जीत हासिल की। जेएनएसयू चुनाव के लिए शुक्रवार को मतदान हुए थे।
जेएनयूएसयू के पूर्व उपाध्यक्ष शेहला रशीद ने ट्वीट कर कहा कि जेएनयू के सभी छात्र कार्यकर्ताओं को बधाई, जिन्होंने प्रशासनिक दमन और एबीवीपी के उकसावे के बावजूद कड़ी मेहनत की और अद्भुत धैर्य के साथ काम किया। सभी पदों पर संयुक्त वाम पैनल आगे रहा। एनएसयूआई को एक काउंसिलर पद मिला। यह जीत नजीब अहमद के लिए है, जिनकी मां उनका इंतजार कर रही है।