नई दिल्ली। भारतीय संस्कृति, जायका और हस्तशिल्प का 12 दिन का पर्यटन पर्व इंडिया गेट के पास राजपथ पर शुरू हो गया।
गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने रविवार शाम एक कार्यक्रम में नगाड़ा बजाकर पर्व के उद्घाटन की घोषणा की। अगले 12 दिन तक दिल्ली में इंडिया गेट के साथ ही देश के 28 राज्यों एवं राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्रों में साढ़े तीन हजार से ज्यादा कार्यक्रमों का आयोजन किया जायेगा जिनमें लोगों को देश के विभिन्न हिस्सों की संस्कृतियों, रहन-सहन, नृत्य, कला, कस्तकारी, व्यंजन आदि से रू-ब-रू होने का मौका मिलेगा।
सिंह ने कहा कि देश के सकल घरेलू उत्पाद में पर्यटन का योगदान अभी सात प्रतिशत है और सरकार का लक्ष्य इसे बढ़ाकर 10 प्रतिशत करने का है। देश का पर्यटन क्षेत्र तेजी से बढ़ रहा है और भारत में दुनिया का आकर्षट पर्यटन स्थल बनने की क्षमता है।
यहां इतनी भाषाएं, बोलियां और पोशाक पहनने वाले हैं जो दुनिया कि किसी अन्य देश में नहीं हैं। संभवत: भारत अकेला ऐसा देश है जहाँ दुनिया के सभी बड़े धर्मों के अनुयायी रहते हैं। इन सबके बावजूद भारत एक है, अखंड है, अतुल्य है।
उन्होने कहा कि जब घरेलू तथा विदेशी पर्यटक देश आयेंगे और उसके विभिन्न रूपों को देखेंगे तो उन्हें भारत का समझने में मदद मिलेगी। प्राकृतिक सौंदर्य में हमारा देश अतुलनीय है तथा इतने रीति-रिवाज भी किसी और देश में देखने को नहीं मिलते। गृह मंत्री ने कहा कि पर्यटन से सामाजिक-आर्थिक विकास तथा रोजगार सृजन होता है।