अहमदाबाद। पाटीदार आरक्षण आंदोलन समिति के नेता हार्दिक पटेल अपने 19 दिन लंबे अनशन कार्यक्रम के बाद स्वास्थ्य लाभ के लिए आज बेंगलुरू के उस मशहूर प्राकृतिक चिकित्सा केंद्र में भर्ती हो गए जिसमें उनके करीबी समझे जाने वाले दिल्ली के मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी नेता अरविंद केजरीवाल की पुरानी खांसी का सफल उपचार किया गया था।
पास के प्रवक्ता मनोज पनारा ने बताया कि हार्दिक आज यहां से बेंगलुरू विमान से रवाना हुए और वह वहां तुमकुर रोड पर स्थित जिंदल नेचर केयर इंस्टीच्यूट में भर्ती हो गए हैं। वह 29 सितंबर को वापस लौटेंंगे।
ज्ञातव्य है कि किसानों की कर्ज माफी, पाटीदार आरक्षण और अपने एक साथी की जेल मुक्ति को लेकर 25 अगस्त से 12 सितंबर तक यहां अपने ग्रीनवुड रिसोर्ट आवास में अनशन पर बैठे हार्दिक का इस बार का आंदोलन अपेक्षाकृत असफल रहा था।
राज्य की भाजपा सरकार ने कड़ा रवैया अपनाते हुए उनके आंदोलन को कांग्रेस समर्थित और आगामी लोकसभा चुनाव के मद्देनजर राजनीति प्रेरित बताते हुए उनकी कोई भी मांग नहीं मानी थी। हार्दिक को यह आंदोलन लगभग एकतरफा ढंग से तोड़ना पड़ा था।
अनशन के दौरान कई बार रक्त और मूत्र के नमूने नहीं देने और वजन नहीं कराने के कारण हार्दिक का यह कार्यक्रम विवादों में भी आ गया था। उन्होंने इस दौरान अपनी वसीयत भी लिख दी थी और दो बार पानी पीना बंद करने के बाद फिर से पानी पीना शुरू कर दिया था। बाद में उन्होंने कहा कि उनके समर्थकों की इस बात से वह इतेफाक रखते हैं कि उनका जिंदा रहना ज्यादा जरूरी है।