कोच्चि। केरल में नन से दुष्कर्म के आरोपी बिशप फ्रैंको मुलक्कल बुधवार को कोच्चि के निकट त्रिपुनितुरा में अपराध शाखा कार्यालय में पेश हुए।
पुलिस ने बिशप को नन के साथ दुष्कर्म के आरोप के सिलसिले में पूछताछ के लिए अपराध शाखा के अधिकारियों के समक्ष पेश होने का आदेश दिया था।
बिशप आज सुबह करीब 11 बजे पूछताछ के लिए जांच अधिकारियों के समक्ष पेश हुए। उनसे उच्च तकनीकी सुविधाओं से लैस पूछताछ कक्ष में पूछताछ की जाएगी। इस पूछताछ कक्ष में कई कैमरे लगे होंगे जिनके जरिए बिशप के बयान और चेहरे के हाव-भाव को रिकार्ड किया जाएगा।
इसबीच आरोपी बिशप ने मंगलवार को अग्रिम जमानत के लिए अर्जी दी थी जिस पर 25 सितम्बर को सुनवाई होगी।
इससे पहले पुलिस ने आरोपी बिशप से जालंधर में पूछताछ की थी। पुलिस को दिये बिशप के बयानों में विरोधाभास सामने आने पर पुलिन ने उसे 19 सितम्बर को जांच अधिकारियों के समक्ष पेश होने का आदेश दिया था।
इस तरह की रिपोर्ट आ रही थी कि बिशप ने जालंधर के पद से हटने के लिए वेटिकन से अनुमति मांगी है लेकिन बाद में यह स्पष्ट हुआ कि यह महज जांलधर से निकलने से पहले दूसरे बिशप को अपना पदभार सौंपने की प्रक्रिया थी।
आरोपी बिशप को सजा दिलाने के लिए पांच नन पिछले 12 दिनों से उपवास पर हैं। इन ननों को व्यापक जनसमर्थन प्राप्त हो रहा है। इनको समर्थन देने वालों में राजनीतिक नेता, ईसाई मिशनरी, फिल्मी हस्तियां, पर्यावरणवादी और सामाजिक कार्यकर्ता शामिल हैं।
सोमवार को बिशप पर दुष्कर्म का आरोप लगाने वाली नन की बहन ने यह कहते हुए आमरण अनशन शुरू किया था कि बिशप की गिरफ्तारी तक उनका अनशन जारी रहेगा। आमरण अनशन करने वाली ननों को न्यायालय पर पूरा विश्वास है, हालांकि वे राज्य सरकार की कार्रवाई से संतुष्ट नहीं हैं।
नन ने पुलिस के पास दर्ज कराई गई शिकायत में आरोप लगाया था कि बिशप ने कई बार उनके साथ जबरन दुष्कर्म किया।