भोपाल । भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) अध्यक्ष अमित शाह ने अागामी चुनावों के मद्देनजर आज अपने कार्यकर्ताओं से सीना चौड़ा कर आम लोगों के बीच जाने का आह्वान करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने ऐसा कुछ भी नहीं किया, जिसकी वजह से उन्हें सिर झुकाना पड़े।
शाह ने यहां जंबूरी मैदान पर भाजपा के प्रदेश संगठन की ओर से आयोजित कार्यकर्ता महाकुंभ को संबोधित किया। इस मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, भाजपा संगठन महामंत्री रामलाल, अनेक केंद्रीय नेता, मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और अन्य नेता मौजूद थे।
शाह ने ‘नमो एप’ का जिक्र करते हुए महाकुंभ में आए लाखों कार्यकर्ताओं से आह्वान किया कि वे इसकाे अपने स्मार्ट फोन पर अवश्य डाउनलोड करें और हर कार्यकर्ता आगे तीन लोगों को इसे डाउनलोड कराए। नरेंद्र माेदी सरकार की उपलब्धियां आम लोगों के बीच ले जाएं। उन्होंने कहा कि अब चुनाव का समय है, इसलिए वे सीना चौड़ा कर आम लोगों के बीच जाएं। श्री मोदी और श्री चौहान ने ऐसा कोई काम नहीं किया, जिससे कार्यकर्ताओं को सिर झुकाना पड़े।
शाह ने मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस पर वोट बैंक की राजनीति के लिए राष्ट्रहितों को दरकिनार करने का आरोप लगाया और कहा कि वह चुनावों के समय लोगों को भ्रमित करने का कार्य करती है। ऐसा ही वह ‘नेशनल रजिस्टर ऑफ सिटीजंस’ (एनआरसी) के मामले में कर रही है। उन्होंने बताया कि एनआरसी लागू करने के बाद 40 लाख घुसपैठियों की पहचान हुयी है। अब इनके खिलाफ विधिवत कार्रवाई होगी और इनका नाम वोटर लिस्ट से भी हटाया जाएगा।
शाह ने दोहराया कि एनआरसी की प्रक्रिया किसी भी कीमत पर रुकने वाली नहीं है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस वोट बैंक की राजनीति की वजह से इस तरह के मुद्दों को तूल देते हुए लोगों को भ्रमित करती है। उन्होंने कार्यकर्ताओं से विजय के संकल्प के साथ वापस जाने का आग्रह किया और कहा कि आगामी मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव में शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व में और वर्ष 2019 में श्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में लोकसभा चुनाव में प्रचंड बहुमत से विजय हासिल करना है।
उन्होंने कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी को भी निशाने पर लिया और कहा कि वे मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़ और राजस्थान विधानसभा चुनावों में विजय हासिल करने का सपना देख रहे हैं। उन्होंने कहा कि वे किस मुंह से इन राज्यों में जनता से वोट मांगने जाएंगे। कांग्रेस के नेतृत्व वाली संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) सरकार ने 12 लाख करोड़ रुपए के घोटाले किए। मौनी बाबा प्रधानमंत्री के रूप में बैठे रहे, जो फैसले नहीं लेते थे। अर्थव्यवस्था का भी बंटाढार कर दिया था। इसी तरह मध्यप्रदेश में राजा, महाराजा और उद्योगपति की तिकड़ी लोगों से वोट मांगने का प्रयास कर रही है।