जयपुर। समदृष्टि, क्षमता विकास एवं अनुसंधान संस्थान मंडल का दो दिवसीय राष्ट्रीय अधिवेशन जामडोली स्थित केशव विद्यापीठ में शनिवार को विधिवत रूप से शुरू होगा। शिविर का उद्घाटन उद्घाटन सत्र 10 बजे होगा। इसके मुख्य अतिथि केन्द्रीय सामाजिक न्याय अधिकारिता मंत्री कृष्णपाल गुर्जर, मंत्री राजेन्द्र राठौड, विधायक अशोक परनामी, आरएसएस के सुहाराराव हिरेमठ व सक्षम के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. दयालसिंह पंवार रहेंगे।
अधिवेशन की पूर्व संध्या पर शुक्रवार को सक्षम के राणा सांगा परिसर में प्रदर्शनी का उद्घाटन चिकित्सा मंत्री कालीचरण सर्राफ व डॉ. मिलंद कसबेकर ने भारत माता व सूरदास के चित्र के समक्ष दीप प्रज्जवल कर किया। जहां केशव विद्यापीठ परिसर भारत माता के जयकारों से गुंजायमान हो गया।
परिसर में 60 स्टॉल लगाकर विभिन्न प्रकार के उपकरणों व संस्था द्वारा किए गए कार्यों का उल्लेख किया गया है। चिकित्सा मंत्री समेत समक्ष के पदाधिकारियों ने प्रदर्शन का अवलोकन किया। प्रदर्शनी उद्घाटन के बाद भव्य आतिशबाजी कर जयकारे लगाए गए।
जहां राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की अखिल भारतीय कार्यकारिणी के सदस्य सुहासराव हिरेमठ, सेवा भारती के क्षेत्रीय संगठन मंत्री मूलचंद सोनी, क्षेत्रीय सेवा प्रमुख शिवलहरी, कैलाशचंद्र समेत प्रबुद्धजन मौजूद रहे।
अधिवेशन के लिए सम्पूर्ण परिसर का नाम केशवपुरम् रखा गया है। केशवपुरम् में संत सूरदास भवन, हेलेनकेलर भवन, गुलाबराव महाराज भवन, कात्रे जी भवन, पुट्टराज गबाई भवन, भीमाभोइ भवन, रविन्द्र जैन भवन जैसे सात आवास बनाए गए हैं। इन आवासों में देशभर से आने वाले प्रतिनिधियों के ठहरने की व्यवस्था की गई है।
अधिवेशन में देशभर के 42 प्रांतों से लगभग 1500 प्रतिभागियों के उपस्थित रहने की संभावना है। सारी प्रबन्ध व्यवस्था के लिए पाँच गट-कार्यालय गट, बौद्धिक गट, आवास गट, यातायात गट एवं भोजनालय गट इत्यादि में 29 प्रकार की व्यवस्थाओं का नियोजन किया गया है।
व्यवस्थाएं संभालने के लिए लगभग 550 प्रबंधक अपनी सेवाएं दे रहें हैं। वहीं सामूहिक कार्यक्रमों के लिए सभागार में 2 हजार व्यक्तियों की बैठने की व्यवस्था की गई है। इसी प्रकार भोजनालय व्यवस्था के संचालन की दृष्टि से 109 कार्यकर्ताओं को भोजन निर्माण एवं वितरण का दायित्व दिया गया है। प्रत्येक आवासों में बाहर से पधारने वाले संभागियों की सम्पूर्ण आवास व्यवस्था की हेतु प्रबंधक लगाए गए हैं।
केशवपुरम् परिसर आकर्षक रंगोली की रचना की गई है। जिसके माध्यम से स्वच्छ भारत-एक कदम स्वच्छता की ओर, वृक्ष बचाओ, पानी बचाओ, पृथ्वी बचाओ, बेटी बचाओ-बेटी पढाओ, सुगम्य भारत, ऊंची उडान, समावेशित भारत आदि संदेश दिए गए हैं। प्रदर्शनी हेतु देश के सभी प्रांतों ने करीब 60 स्टॉल्स तैयार की हैं। अधिवेशन में बिना अंगुलियों के हारर्मोनियम बजाने, बिना पैरों के नृत्य करने का हुनर और बिना हाथों के की जाएगी कार ड्राइविंग समेत दिव्यांगों का हुनर देखने को मिलेगा।