लखनऊ । भारत अंतरराष्ट्रीय विज्ञान मेला आज से यहां इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में शुरु हो गया। विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्री डॉ. हर्षवर्द्धन ने मेले और युवा वैज्ञानिक सम्मेलन की एक साथ शुरुआत की।
औपचारिक उद्घाटन शनिवार को राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद करेंगे। मेला ०८ अक्टूबर तक चलेगा। डॉ. हर्षवर्द्धन ने कहा कि नवाचार आम लोगों तथा देश की समस्या का समाधान करने के साथ कम खर्चीला भी होना चाहिए। विज्ञान मंत्री ने कहा कि यहाँ पैदा हुई ऊर्जा और भावना ‘न्यू इंडिया’ बनाने में मददगार होगी।
जैव प्रौद्योगिकी विभाग की सचिव रेणु स्वरूप ने कहा कि युवा वैज्ञानिकों को यहाँ मौजूद अपने वरिष्ठ वैज्ञानिकों से अधिक से अधिक सीखना चाहिये। केंद्रीय मंत्री ने मेगा साइंस, टेक्नोलॉजी एंड इंडस्ट्री एक्सपो का भी उद्घाटन किया।
आईआईएसएफ वर्ष 2015 में शुरू किया गया था। इसके पहले दो संस्करण आईआईटी, दिल्ली और राष्ट्रीय भौतिकी प्रयोगशाला, दिल्ली में तथा तीसरा संस्करण आईआईटी, चेन्नई में आयोजित किया गया था।
इस साल मुख्य आयोजन इंदिरा गाँधी प्रतिष्ठान में होगा। इसके अलावा राष्ट्रीय बॉटेनिकल अनुसंधान संस्थान, किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी, गोमती नगर स्थित रेलवे ग्राउंड, सेंट्रल इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिसिनल एंड एरोमैटिक प्लांट्स, जीडी गोयनका स्कूल ,अमर शहीद पथ और अटल बिहारी वाजपेयी साइंटिफिक कन्वेंशन सेंटर में भी विभिन्न सत्रों और कार्यक्रमों का आयोजन किया जायेगा।
मेले में विदेशों से आये विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्रियों का एक सम्मेलन, विदेशों में काम करने वाले भारतीय मूल के वैज्ञानिकों का सम्मेलन, महिला वैज्ञानिकों एवं उद्यमियों का सम्मेलन, विज्ञान शिक्षकों का राष्ट्रीय सम्मेलन, छात्रों के बीच अभियांत्रिकी मॉडल प्रतियोगिता, नव भारत निर्माण, मेगा साइंस तथा टेक्नोलॉजी एंड इंडस्ट्री एक्सपो मेले के कुछ प्रमुख आकर्षण होंगे। मेले में पाँच लाख के करीब दर्शकों के आने की भी उम्मीद है।
विज्ञान गाँव में छात्रों के लिए कई सत्रों का आयोजन किया जायेगा जहाँ विशेषज्ञ उन्हें साधारण भाषा में और प्रयोगों के माध्यम से प्रकाश के प्रकीर्णन, न्यूटन के गति के नियम, गुरुत्वाकर्षण का केंद्र और बिल्डिंग के मॉडल का संतुलन, स्पंदन प्रतिक्रिया, आग में भी सुरक्षित कागज आदि के बारे में जानकारी देंगे । हर रात देश के जाने-माने खगोलविद छात्रों के लिए तारों के अध्ययन के कार्यक्रम का आयोजन करेंगे।