जयपुर। राजस्थान में विधानसभा चुनाव की घोषणा के बाद प्रदेश में चुनावी गतिविधियां तेज हो गई और सत्तारुढ़ भारतीय जनता पार्टी एवं प्रमुख विपक्ष कांग्रेस तथा अन्य दलों ने रणनीतियां बनानी शुरु कर दी हैं।
राज्य में आगामी सात दिसम्बर को विधानसभा चुनाव की घोषणा के बाद चुनाव तैयारियां प्रारंभ कर दी गई और विभिन्न राजनीतिक दलों की बैठकों का दौर शुरु हो गया वहीं अब प्रदेश में चुनाव प्रचार के लिए भाजपा एवं कांग्रेस के बड़े नेताओं के दौरों में भी तेजी आएगी। दोनों पार्टियों के प्रदेश मुख्यालयाें पर नेताओं एवं कार्यकर्ताआें का जमावड़ा भी बढ़ने लगा हैं।
शनिवार को मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे की राजस्थान गौरव यात्रा का अजमेर में समापन के अवसर पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के जनसभा को संबोधित करने के बाद चुनाव प्रचार के लिए आगामी दिनों में भी मोदी के राजस्थान आने की संभावना हैं। इस दौरान भाजपा के कई बड़े नेताओं के दौरे भी होंगे।
इसी तरह कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी नौ अक्टूबर को धौलपुर में रोड शो करेंगे। गांधी का रोड शो धौलपुर के मनिया से शुरु होगा जो बसेड़ी, बयाना, रुपवास, वैर होते हुए शाम को महुवा पहुंचेगा। वह अगले दिन हेलीकाप्टर से जयपुर आएंगे और इसके बाद बीकानेर दौरे पर जाएंगे।
राज्य में इस बार भी मुख्य मुकाबला भाजपा एवं कांग्रेस के बीच नजर आ रहा हैं लेकिन सत्तारुढ़ भाजपा को इस बार रोडवज हड़ताल के कारण रोडवेज कर्मचारी, मंत्रालयिककर्मियों तथा अन्य कर्मचारियों की नाराजगी झेलनी पड़ रही हैं, वहीं कांग्रेस पिछले चुनाव में बुरी तरह परास्त होने के बाद इस बार सरकार के खिलाफ कर्मचारियों की नाराजगी और सत्ता विरोधी लहर को भुनाकर फिर सत्ता में आने का प्रयास कर रही हैं।
राज्य में चुनाव के मद्देनजर अब तक राजनीतिक दलों का कोई गठबंधन सामने नहीं आया हैं। प्रदेश में बसपा, जमीदारा पार्टी का कुछ स्थानों पर दबदबा हैं जिसे इन चुनाव में कायम रखने की कोशिश रहेगी।
इसके अलावा भाजपा छोड़कर भारत वाहिनी नई पार्टी बनाने वाले विधायक घनश्याम तिवाड़ी राज्य में दो सौ सीटों पर अपने प्रत्याशी उतारने की घाेषणा कर चुके हैं, वहीं खींवसर से निर्दलीय विधायक हनुमान बेनीवाल ने नागौर, बीकानेर, सीकर आदि स्थानों पर बड़ी रैलियां कर लोगों का ध्यान अपनी ओर खींचा हैं।
इसी तरह मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी, राजपा, राष्ट्रीय लोकदल, आम आदमी पार्टी सहित अन्य कई दल चुनाव को लेकर सक्रिय हो गए हैं लेकिन अभी चुनाव में करीब दो महीने का समय हैं और जनता का रुख किसी तरफ होता हैं वह आगामी दिनों में नजर आने लगेगा।
उल्लेखनीय है कि राज्य में चुनाव के लिए सात दिसम्बर को मतदान तथा ग्यारह दिसम्बर को मतगणना होगी। आगामी बारह नवम्बर से नामांकन पत्र भरना शुरु हो जाएंगे और इसके बाद चुनावी गतिविधियां और तेज हो जाएगी।