राजस्थान-जयपुर : ‘मोदी के लिए फूल वसुंधरा के लिए शूल’ जी हाँ दोस्तों इन दिनों कुछ इस तरह का आलम बना हुआ है। राजस्थान में चुनाव का बिगुल फुंक चुका है और राजनीती कुरुक्षेत्र पूरी तरह से तैयार है। सभी पार्टियां कुर्सी पाने के लिए तैयार खड़ी है और भाजपा अपनी सत्ता बरकरार रखने को के प्रति दावा कर रही है। आखिरी फैसला जनता पर टिका है, क्योंकि जनता ही है जो सरकार की काया पलट कर सकती है। अब देखना यह है की किसका डंका जीत के लिए बजता है।
कौन बनेगा CM ?
राजस्थान में बड़ी असमंजस की स्थिति बनी हुई है, सत्ताधारी दल बीजेपी एंटी इनकमबैक्सी फैक्टर से जूझती नजर आ रही है। ऐसे में बिना किसी बडे मुद्दे के कांग्रेस का पलड़ा भरी नजर आ रहा है। एक सर्वे के अनुसार राजे सरकार के बारे में अधिकांश लोगों का कहना है की हमें मोदी से कोई शिकायत नहीं पर वसुंधरा के हम खिलाफ हैं। आखिर वसुंधरा के लिए लोग इतना खिलाफ क्यों है? विकास प्रदेश में विकास की गंगा बहाने का दावा करने वाली राजे को इतने विरोध का सामना क्यों करना पड रहा है?
कांग्रेस में सी एम के लिए दो बड़े नाम :-
विधानसभा चुनाव की घोषणा होते ही अब इस बात की चर्चा जोर पकड रही है कि प्रदेश का अगला सीएम यानी चीफ मिनिस्टर कौन होगा। अगर बात करे कांग्रेस की तो आपको बता दें कि सीएम पद की दौड में पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत व पूर्व केन्द्रीय मंत्री सचिन पायलट का नाम सीधे तौर पर सामने आ रहा है। भाजपा में अभी तक राजे को ही मुख्यमंत्री के तौर पर प्रोजेक्ट किया जा रहा है, हालांकि पार्टी के एक गुट की तरफ से सीएम के रूप में राजे की बजाय किसी ओर को चेहरा बनाया जाए। बहरहाल चुनाव के बाद आने वाले परिणाम तय कर देंगे कि प्रदेश का मुख्यमंत्री कौन होगा।
मोदी के साथ वसुंधरा के खिलाफ के अलग अलग नारे: –
- वसुंधरा के साथ नहीं, मोदी के खिलाफ नहीं
- मोदी तुझसे बैर नहीं, वसुंधरा तेरी खेर नहीं
- मोदी फिर से खेल, वसुंधरा होगी फेल
- मोदी के लिए फूल, वसुंधरा के लिए शूल
- समझदार है राजस्थान नहीं बनेगा वसुंधरा का स्थान