नई दिल्ली । क्राफ्ट विलेज ने आगामी इंटरनेशनल क्राफ्ट्स अवॉर्ड्स 2018 के लिए आवेदन मंगाये जाने की घोषणा की है। यह पुरस्कार न केवल शिल्पकार और कारीगरों की पहचान के लिए बल्कि क्राफ्ट सेक्टर के लिए काम करने वाले किसी भी संगठन, संस्थान, पेशेवर, डिजाइनर, और एक गांव, समुदाय के सामूहिक प्रयास आदि के लिए भी शुरू किये गये हैं। अभी तक अधिकांश क्राफ्ट्स अवॉर्ड्स केवल कारीगरों और शिल्पकारों तक ही सीमित हैं।
क्राफ्ट विलेज की संस्थापक इति त्यागी ने अपने विचार व्यक्त करते हुये कहा कि, “इस साल, आईसीए 2018 का उद्देश्य अपनी पहुंच को व्यापक बनाना और क्राफ्ट्स के ऐसे चैंपियनों को ढूंढना एवं पुरस्कृत करना है जिन्होंने विश्व में क्राफ्ट क्षेत्र में खासतौर से क्राफ्ट्स के कौशल, ज्ञान, संरक्षण और पुनरुत्थान, इनोवेशन, नये आइडियाज में उल्लेखनीय योगदान दिया है। इससे इन बरसों पुराने क्राफ्ट्स को आगे बढ़ाने में मदद मिली है। पिछले साल की तरह इस साल भी, एक प्रतिष्ठित जूरी विभिन्न श्रेणियों में फाइनलिस्टों और पुरस्कार विजेताओं का चयन करेगा। ”
पिछले साल, इंटरनेशनल क्राफ्ट्स पुरस्कारों के लिए 30 से अधिक देशों से आवेदन प्राप्त हुए और पुरस्कार के लिए 13 देशों के फाइनलिस्टों का चयन किया गया था। मुख्य अतिथि श्रीमती मेनका संजय गांधी, महिला एवं बाल विकास मंत्री, भारत सरकार थीं और गेस्ट ऑफ ऑनर थे – विश्व शिल्प परिषद- एशिया प्रशांत क्षेत्र के अध्यक्ष डॉ. घाड़ा हिज्जावी कद्दुमी।
विश्व शिल्प परिषद- एशिया प्रशांत क्षेत्र के अध्यक्ष डॉ. घाड़ा हिज्जावी कद्दुमी ने क्राफ्ट्स विलेज को लेकर अपने प्रशंसा पत्र में कहा, “शिल्प की संख्या और प्रकार की दृष्टि से देखें तो इस क्राफ्ट विलेज में लोगों की भागीदारी कमाल की थी। जागरूक एवं उत्साही छात्रों की अच्छी संख्या देखने लायक थी जो पूरे इंटरैक्टिव सत्र के दौरान चौकस और उत्तरदायी दिख रहे थे। मैं भारत सरकार में महिला एवं बाल विकास की कैबिनेट मंत्री श्रीमती मेनका संजय गांधी की उपस्थिति से बहुत प्रभावित था जिन्होंने विजेताओं की उपलब्धि की सराहना करके और अपने प्रेरणादायक शब्दों और रवैये से उन्हें गर्व से भर दिया। मैं सरकार की तरफ से इस तरह के महत्वपूर्ण समर्थन से बहुत खुश था।
क्राफ्ट विलेज के विषय में
क्राफ्ट विलेज एक सामाजिक उद्यम है, जोकि विभिन्न जागरूकता प्रोग्राम वर्कशॉप और इवेंट्स के माध्यम से, शिल्प और शिल्पकार के पुनरुद्धार और उन्नयन के लिए काम करता है। यह क्राफ्ट सेक्टर के लिए अत्याधुनिक कार्यक्रमों का आयोजन करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता रहा है, जिसमें 2016 और 17 में इंटरनेशनल क्राफ्ट दिवस समेत 30 से अधिक देशों के साथ इंटरनेशनल क्राफ्ट अवॉर्ड्स शामिल हैंI इसके द्वारा शिल्प कार्यशालाएं भी आयोजित की जाती हैं, जहां पिछले तीन वर्षों में 7500 से अधिक शिल्प उत्साही शिल्पकारों को प्रशिक्षित किया गया है । क्राफ्ट विलेज शिल्प प्रशिक्षण और प्रचार में अग्रणी बन चुका है।
ग्रामीण और शहरी समुदायों के बीच के अंतर को भरने के लिए क्राफ्ट विलेज की स्थापना की गई है; इसका लक्ष्य शिल्पकारों को दुर्लभ और विशिष्ट पारंपरिक शिल्प सीखने और उन्हें साझा करने के लिए एक मंच प्रदान करना है, जो अंततः शिल्पकार और उनके समुदायों को बेहतर बनाने में मदद करता है। लाखों लोगों को रोजगार के प्रमुख स्रोत देने के अलावा इस क्राफ्ट विलेज के द्वारा राष्ट्र निर्माण, आजीविका, सामाजिक समावेश और टिकाऊ संस्कृति में शिल्प के महत्व को समझाने के लिए बच्चों को उनके प्रारंभिक वर्षों में ही शिक्षित करने की शुरुआत की गई है।
क्राफ्ट विलेज भी नियमित आधार पर डिज़ाइन-प्रौद्योगिकी-कौशल विकास कार्यक्रम/कार्यशालाओं के माध्यम से औपचारिक समकालीन डिजाइन और उत्पाद को उन्नत करके शिल्पकारों के जीवन की गुणवत्ता में सुधार करने के लिए ट्रांस-अनुशासनात्मक शिक्षा प्रदान करता है।