हैदराबाद/भुवनेश्वर/कोलकाता। चक्रवाती तूफान ‘तितली’ ने उत्तरी आंध्र प्रदेश और दक्षिणी ओडिशा तटों के बीच श्रीकाकुलम जिले में गुरुवार सुबह प्रवेश कर लिया और आंध्र प्रदेश में 10 लोगों की जान लेने के साथ ओडिशा और पश्चिम बंगाल में भी कहर बरपाना शुरू कर दिया है।
आंध्र प्रदेश के श्रीकाकुलम जिले में ‘तितली’ तूफान के कारण दो महिलाओं सहित सात लोगों की मौत हुई है जबकि विजयनगरम जिले में तीन लोगों की जान जा चुकी है। इसके अलावा बहुत से मकानों को नुकसान पहुंचा है तथा सैकड़ों की संख्या में पेड़ गिर गए।
बिजली और टेलीफाेन के खंभे उखड़ जाने से संचार सेवाओं पर व्यापक असर पड़ा है। तूफान से सबसे अधिक प्रभावित वे मछुआरे हुए हैं, जो मछलियां पकड़ने अशांत समुद्र की ओर गए थे।श्रीकाकुलम के जिलाधीश के धनुन्जय रेड्डी ने बताया कि जिले के विभिन्न क्षेत्रों में ‘तितली’ तूफान के कारण दो महिलाओं सहित सात लोगों की मौत हुई है।
आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन चंद्रबाबू नायडू ने तूफान की स्थिति को लेकर अधिकारियों की समीक्षा बैठक की और युद्धस्तर पर बचाव तथा राहत कार्य किए जाने के निर्देश दिए। नायडू श्रीकाकुलम और विजयनगरम जिलों में बाढ़ प्रभावित इलाकों का हवाई सर्वेक्षण कर सकते हैं। प्रशासनिक अधिकारी वास्तविक नुकसान का आकलन कर रहे हैं।
भुवनेश्वर से प्राप्त रिपोर्ट के मुताबिक राज्य में कहीं से किसी जनहानि की रिपोर्ट नहीं है। मुख्य सचिव ए पी पाढ़ी ने बताया कि गंजम, गजपति, खुरदा, पुरी, जगतसिंहपुर, केंद्रापाड़ा, भद्रक और बालेश्वर जिलों में तूफान के असर से औसत 100 मिलीमीटर से अधिक बारिश हुई। ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने क्षतिग्रस्त बिजली, पानी, सड़क संपर्क और टेलीफोन सेवाओं को शीघ्र बहाल किए जाने के संबंध में अधिकारियों को निर्देश दिए हैं।
मौसम विभाग के अधिकारियों ने बताया कि चक्रवाती तूूफान पश्चिम मध्य बंगाल की खाड़ी से उत्तर पश्चिम की तरफ बढ़ा अौर श्रीकाकुलम जिले में पालासा के समीप उत्तरी अक्षांश 18़ 8 तथा 84़ 5 पूर्वी देशांतर के नजदीक से उत्तर आंध्रप्रदेश तथा दक्षिण ओडिशा तटों से गुजर गया। इस दौरान सुबह साढ़े चार बजे से साढ़े पांच बजे के बीच हवाओं की अधिकतम रफ्तार 140 किलोमीटर प्रति घंटे से लेकर 165 किलोमीटर प्रति घंटा रही।
मौसम विभाग के राष्ट्रीय मौसम आकलन केन्द्र के अनुसार अगले 12 घंटों में इसके उत्तर पश्चिम की तरफ और इसके बाद गांगेय पश्चिम बंगाल की तरफ मुड़ने की आशंका है। बुलेटिन में कहा गया है कि इसके गुरुवार शाम अथवा शुक्रवार सुबह तक एक गहरे दबाव के क्षेत्र में तब्दील होेकर कमजोर पड़ने की उम्मीद है।
दूसरी तरफ पश्चिम बंगाल में भी ‘तितली’ का व्यापक असर पड़ा है तथा रेल और विमान सेवाएं प्रभावित हुई है। दक्षिण-पूर्वी रेलवे क्षेत्रांतर्गत खड़गपुर से ओडिशा और दक्षिणी राज्यों के लिए गुजरने वाली ट्रेनों का संचालन प्रभावित हुआ है। इसके कारण अधिकारियों ने कई ट्रेनों को रद्द भी कर दिया वहीं कई ट्रेनों काे परिवर्तित मार्ग तथा पुनर्निर्धारित समय पर चलाया जा रहा है।
रद्द की गई ट्रेनों में भुवनेश्वर-बेंगलुरु प्रशांति एक्सप्रेस, भुवनेश्वर-चेन्नई-सेंट्रल एक्सप्रेस , शालीमार-सिकंदराबाद और गुनपुर-पुरी एक्सप्रेस शामिल है। कोलकाता में दमदम हवाई अड्डे पर उड़ानें भी तूफान से प्रभावित हुई है। आज सुबह सरकार और निजी स्वामित्व वाली विमान कंपनियों ने तूफान के मद्देनजर भुवनेश्वर और विजाग के बीच विमान सेवा रद्द कर दी।
पश्चिम बंगाल के चार जिले मेदिनीपुर पूर्व और मेदिनीपुर पश्चिम, दक्षिण 24 परगना और उत्तर 24 परगना में भी बारिश हुई और अगले 48 घंटों में बारिश के आसार हैं।