अजमेर। किशोरावस्था और करियर शिक्षण का समतोल कर जीवन शैली का कौशलपूवर्क निर्वहन करना महत्वपूर्ण वर्तमान समय की जरूरत है। नासिक की प्रख्यात मानसोपचार तज्ञ आनंदालय इन्सटीट्यूट की डायरेक्टर रहीं डाॅ. प्रतिभा चंडक ने यह बात कही।
वे अजमेर जिला वैश्य महासम्मेलन एवं अजमेर जिला माहेश्वरी सभा के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित करियर गाईडेन्स प्रोग्राम, मार्गदर्शन एवं मोटीवेशन सेमिनार में विद्यार्थियों एवं अभिभावकों को सम्बोधित कर रही थीं।
उन्होंने कहा कि हर व्यक्ति की अलग पहचान होती है। लोग समाज में उसे उसकी पहचान, काबिलियत और हुनर की बदौलत जानते हैं। जिन्दगी को मुकाम देने के लिए अकसर यह देखने में आता है कि युवा सही करियर या पढ़ाई के लिए सही क्षेत्र का चुनाव नहीं कर पाते। इस कारण उनका व्यक्तित्व बाहर नहीं आ पाता। हमें खुद के अन्दर की प्रतिभा को पहचानना चाहिए।
करियर का नाम सिर्फ नौकरी करना ही नहीं है या रोजी रोटी कमाना ही जिन्दगी नहीं है। करियर के नाम पर खुद का विकास भी जरूरी है। अपनी क्षमताओं, रूचि, सोच एवं विषय पर पकड़ का आकलन करके ही भविष्य का रोढमैप तैयार करना चाहिए। बदलाव जिंदगी का सबसे महत्वपूर्ण हिस्सा है। आज वास्तविकता में जीने का समय है। सफलता को स्वयं के अनुरूप मापदंड बना कर मापना चाहिए।
इन्जीनियर गिरीश जैन ने मोबाइल का अधिक उपयोग को ही सफलता में सबसे बड़ी बाधा बताया। उन्होंने कहा कि मोबाइल मन और मस्तिष्क पर बुरा प्रभाव डालता है। इसकी लत तरक्की में सबसे बड़ी बाधा है। आपकी लाईफ स्टाइल ही आपकी सफलता का मापदण्ड है, सफल होना है तो जीवन शैली सुधारनी होगी। सोचने से ज्यादा करने से सफलता मिलती है।
संस्था महामंत्री उमेश गर्ग ने कहा कि मोबाइल ने बच्चों का बचपन छीन लिया है वे अपने घर, परिवार, संस्कृति, परम्परा, पर्वों से विमुख होकर मोबाइल पर अधिक समय देने लगे हैं। इस कारण बचपन में ही बच्चों में डिप्रेशन, चिड़चिड़ापन, एकाकी जीवन, बुरी आदतों की लत पड जाती है। सही मार्गदर्शन नहीं मिलने के कारण बच्चे जीवन के उद्देश्य से भटक रहे हैं।
विख्यात चाटर्ड एकाउन्टेन्ट अजीत अग्रवाल व इन्जीनियर गिरिश जैन अपने प्रेरक उद्बोधन एवं अनुभावों से विद्यार्थियों को लाभान्वित किया। करियर काउन्सलिंग में शहर की सरकारी एवं गैर सरकारी स्कूलों के 400 से अधिक विद्यार्थियों एवं उनके अभिभावकों ने भाग लिया।
इस मौके पर जिलाध्यक्ष रमेश तापड़िया ने स्वागत भाषण में समाज को एकजुट होकर सेवा में तत्पर रहने का आहवान किया तथा वर्ष भर की गतिविधियों से अवगत कराया। कार्यक्रम संयोजक एसडी बाहेती ने काउन्सलिंग के के वर्तमान परिप्रेक्ष्य पर विचार रखे।
सहसंयोजक राजेन्द्र प्रसाद मित्तल ने बताया कि इस अवसर पर मोहनलाल साबू, रमेश अग्रवाल, राजेन्द्र गुप्ता, किशनगढ़, डाॅ. कमला गौखरू, भगवती प्रसाद राठी, सुभाष नवाल, कालीचरण दास खण्डेलवाल, पुखराज पहाड़िया, हनुमान बंसल, रवि तोषनीवाल, प्रवीण जैन, अशोक जैन को अतिथि सम्मान से अलंकृत किया गया। आभार अजमेर जिला माहेश्वरी सभा संस्था के अध्यक्ष रमाकान्त, बाल्दी ने प्रकट किया।
माहेश्वरी पब्लिक स्कूल, संस्कृति द स्कूल, माहेश्वरी इन्टरनेशनल को उत्कृष्ट सहयोग के लिए सम्मानित किया गया। कार्यक्रम में, राजेन्द्र प्रसाद मित्तल, दिनेश जैन, अंकुर मित्तल, हरीश गर्ग, अग्रोह बन्धू पश्चिम क्षेत्र के पदाधिकारी, अशोक राठी, भरत ऐरन, कमल काबरा, ओम प्रकाश मंल, सीताराम गोयल, शिवशंकर फतेहपुरिया, कालीचरण दास, खण्डेलवाल, अजय ईनाणी, प्रेम नारायण मून्दड़ा, पुष्पेन्द्र, पहाड़िया, महेश हेड़ा, वर्षा फतेहपुरिया सहित सभी सदस्यों का सहयोग रहा।