अजमेर। राजस्थान में अजमेर के महर्षि दयानंद सरस्वती विश्वविद्यालय के रिश्वतखोर प्रोफेसर सतीश अग्रवाल को मंगलवार को भ्रष्टाचार निवारण की विशेष अदालत ने पंद्रह दिनों के लिए न्यायिक अभिरक्षा में भेज दिया है।
डॉ अग्रवाल को कल ब्यूरो की टीम ने विश्वविद्यालय परिसर स्थित उनके ही कक्ष से पचास हजार की रिश्वत राशि के साथ रंगे हाथों गिरफ्तार किया था। यह गिरफ्तारी एक शोधार्थी छात्रा की शिकायत पर की गई थी जिसमें छात्रा की छात्रवृत्ति जारी करने की एवज में रिश्वत मांगी गई थी।
पिछले दस माह से नागौर की इस गरीब छात्रा को परेशान किया जा रहा था। ब्यूरो ने छात्रा के भविष्य को ध्यान में रखते हुए उसके नाम को आज भी गुप्त रखा है।
रंगे हाथों दबोचने के बाद ब्यूरो ने जहां भ्रष्ट प्रोफेसर के कक्ष से रिकॉर्ड जब्त किया वहीं उसके अजमेर स्थित निवास से दो करोड़ रुपए की एफडीआर तथा अजमेर और जयपुर स्थित बंगलों के कागजात बरामद किए।
ब्यूरो ने छात्र छात्राओं से सामने आकर शिकायत करने का आग्रह किया है ताकि इस मामले में और खुलासा हो सके। उन्होंने विश्वास दिलाया कि छात्रों का नाम गुप्त रखा जाएगा।