जयपुर। केन्द्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने कांग्रेस को नेतृत्वहीन एवं मुद्दाहीन पार्टी करार देते हुए दावा किया है कि राजस्थान में आगामी विधानसभा चुनाव के लिए भारतीय जनता पार्टी पूरे आत्मविश्वास एवं विकास के मुद्दे को लेकर चुनाव मैदान में उतरी है और प्रदेश में फिर एक बार भाजपा की सरकार बनेगी।
जावेड़कर ने आज यहां पत्रकारों से बातचीत में कहा कि भाजपा ने पिछले एक सप्ताह में अदभुत प्रदर्शन करते हुए ग्यारह सत्रों में बारह हजार कार्यकर्ताओं की रायशुमारी की और इस दौरान हर कार्यकर्ता की बात सुनी गई तथा प्रत्याशियों ने अपना पक्ष रखा और उनसे काम के लिए सुझाव भी लिए गए। उन्होंने कहा कि यह केवल भाजपा में ही होता है, कांग्रेस में नहीं, क्योंकि दोनों पार्टियों के चरित्र में फर्क हैं। कांग्रेस एक परिवार की पार्टी हैं जबकि भाजपा परिवार के रुप में पार्टी हैं।
उन्होंने कहा कि आगामी विधानसभा चुनाव में भाजपा पूरे आत्मविश्वास के साथ उतरी हैं और फिर एक बार भाजपा सरकार कहकर जनता की बीच जा रहे हैं और उसका कारण भी बताया जाएगा। उन्होंने कहा कि पिछले बीस साल से चला आ रहा एक बार कांग्रेस एक बार भाजपा का सिलसिला अब बंद होगा और अब फिर एक बार भाजपा, इसका परिचय दिया जाएगा।
उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में भी बार बार बीएसपी-एसपी का सिलसिला खत्म हो गया और 325 सीटों के साथ भाजपा बदलाव का चिह्न बनी। इसी तरह गुजरात में कांग्रेस और अन्य पार्टी का क्रम टूटा और 1995 में भाजपा आ गई। इसी प्रकार तमिलनाडु में इस तरह का क्रम टूटा। उन्होंने कहा कि अब एक बार यह और एक बार वह, ऐसा नहीं होगा और भाजपा पूर्ण विश्वास और विकास के मुद्दे के साथ है जबकि कांग्रेस मुद्दाहीन एवं नेतृत्वहीन पार्टी हैं।
जावेड़कर ने कहा कि नरेन्द्र मोदी राष्ट्रीय मंच पर आए और प्रधानमंत्री बने, उस समय भाजपा केवल छह राज्यों में सत्ता में थी और आज उन्नीस राज्यों में काबिज हैं जबकि कांग्रेस सोलह राज्यों से केवल चार राज्यों में सिमट कर रह गई।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने इतने राज्य क्यों खोए और भाजपा बढ़त क्यों ली, कयोंकि वोट बैंक की राजनीति खत्म हो रही है और अब एक परिवार की राजनीति नहीं चलेगी। उन्होंने कहा कि गरीब को भी आकांक्षा है और मोदी अपने को गरीब में से मानते हैं। अब लोग विकास के नाम पर वोट डालते हैं। इस कारण कांग्रेस के राज्य खत्म हो गए।
उन्होंने कहा कि राजस्थान में कांग्रेस नेतृत्वहीन है और वह चुनाव में मुख्यमंत्री का दावेदार भी नहीं बता सकती। उन्होंने कहा कि उनके वरिष्ठ नेता पी चिदम्बरम ने भी कहा है कि कांग्रेस में प्रधानमंत्री का दावेदार नहीं हैं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस दोनों जगह नेतृत्वहीन हैं। उन्होंने कहा कि राज्य में राहुल गांधी की पसंद सचिन पायलट दिख रही है लेकिन घोषणा करने की हिम्मत नहीं हैं। जबकि भाजपा मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के नेतृत्व में चुनाव लड़ रही है।
जावेड़कर ने कहा कि अशोक गहलोत हताश हैं, इसलिए वह कौन बनेगा करोड़पति जैसी बाते कर रहे है जबकि इस समय जनता की सेवा करने की योजना बनाने का समय हैं। उन्होंने चुनौती देते हुए कहा कि विकास ही हमारा मुद्दा है और इस पर बहस करनी चाहिए। उन्होंने वर्ष 2008 में कांग्रेस की प्रदेश और केन्द्र में तथा वर्ष 2013 से प्रदेश और केन्द्र में भाजपा की सरकार बताते हुए कांग्रेस को चुनौती दी कि दोनों समय की तुलना कर विकास पर चर्चा करनी चाहिए।
उन्होंने कहा कि अब महात्मा गांधी वाली कांग्रेस नहीं रही है और यह संकीर्ण बनती जा रही हैं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस हार जाती है तो ईवीएम मशीनों को दोष देती है, उनके समय में शुरुआत हुई जीएसटी को गब्बर सिंह टैक्स कहती है, कांग्रेस का यह रुप पहले नहीं था।
एनआरसी राजीव गांधी ने तैयार किया, डोकलाम मुद्दे के समय कांग्रेस चीन के राजदूत के साथ आंख मिचौली कर रही थी। उन्होंने कहा कि पचास साल शासन किया वह कांग्रेस अब नहीं रही हैं। इस कारण अब वह जनता के मन से उतर गई हैं।
उन्होंने राज्य में भाजपा सरकार की भामाशाह एवं जलस्वावलम्बन अभियान आदि उपलब्धियां गिनाते हुए कहा कि राज्य में सही तरक्की हो रही है और आगामी चुनाव में भी भाजपा लोगों को अच्छी सरकार देगी। उन्होंने टिकट के बारे में कहा कि टिकट कार्यकर्ता एवं जीतने की संभावना को मिलेगा। उन्होंने बताया कि उम्मीदवारों की सूची जारी करने में अब ज्यादा विलम्ब नहीं किया जाएगा।