अजमेर। चुनावी मौसम में अजमेर शहर में पेयजल अब मुख्य मुद्दा बनता जा रहा है। संयुक्त श्रमिक समन्वय समिति के बैनर तले चल रहे जलआंदोलन के बढते दायरे को अब राजनैतिक दलों के नेता अपने नफे-नुकसान से तोल मोलकर देख रहे हैं। फिलहाल तो सत्ताधारी बीजेपी और प्रमुख विपक्षी दल कांग्रेस के नेता भी नासूर का रूप ले रहे पानी के मुद्दे पर कुछ भी भरोसा दिलाने से कन्नी काटते नजर आ रहे हैं।
शुक्रवार को जलआंदोलन के तहत गांधी भवन के सामने विशाल धरना आयोजित किया गया। संयुक्त समन्वय समिति के अध्यक्ष मोहन चेलानी एवं संयोजक सुनीत पुट्टी के नेतृत्व में आयोजित इस धरने में ट्रेड यूनियन्स, व्यापारिक महासंघ, विकास समितियों व सामाजिक संस्थाओं के प्रतिनिधियों ने शिरकत कर शहर में पर्याप्त पेयजल आपूर्ति की मांग पुरजोर तरीके से उठाई।
धरने को संबोधित करते हुए व्यापार महासंघ के अध्यक्ष मोहनलाल शर्मा ने कहा कि अजमेर को 48 घंटे में पानी की नियमित व पर्याप्त सप्लाई नहीं हुई तो आने वाले दिनों में अजमेर बंद कराया जाएगा। पीयूसीएल के डीएल त्रिपाठी व अनंत भटनागर ने कहा कि बीसलपुर बांध में 309 मीटर लेवल तक केवल अजमेर जिले का अधिकार है। इससे अतिरिक्त पानी हो तब ही दूसरे जिलों को सप्लाई की जाए।
पंचशील कॉलोनी के आरके आहूजा व अजय वाजपेयी ने कहा कि पंचशील नगर में पानी की समस्या विकराल रूप ले चुकी है। व्यवस्था में सुधार नहीं हुआ तो अजमेरवासी सपरिवार आंदोलन में अपनी भागीदारी देंगे। जरूरत पडी तो सपरिवार भूख हडताल भी करेंगे।
राजस्थान राज्य कर्मचारी महासंघ के कांति कुमार शर्मा, दिनेश शर्मा, भंवरसिंह जोधा,मानसिंह वर्मा ने कहा कि समन्वय समिति ने प्रदर्शन किए, रैली निकाली और ज्ञापन दिए। प्रशासन के आश्वासन के बाद भी पानी की सप्लाई में सुधार नहीं हुआ है। इसी कारण यह आंदोलन जारी रहेगा।
धरने को रोडवेज यूनियन के बनवारी लाल व लालसिंह, बीएसएनएल यूनियन के बीपी शर्मा, बार एसोशिएशन के समीर काले, हरीभाउ उपाध्ययाय नगर के बनवारी लाल शर्मा, कच्ची बस्ती लौंगिया मोहल्ला के जगदीश घारू, राजस्थान ब्राहमण महासभा के पंडित सुदामा शर्मा, नला बाजार व्यापारिक एसोशिएशन के मनोहर सचदेवानी, धर्मेन्द्र लालवानी, डिग्गी बाजार व्यापार संघ के गोपालदास शामनानी, भवन निर्माण मजदूर यूनियन के गणपतलाल गोरा, हरिप्रसाद शर्मा, आदर्श नगर सोसायटी के जगदीश अभिचंदानी, आशागंज के जयकिशन लख्यानी ने भी संबोधित कर जलआंदालन को भविष्य में भी समर्थन देने का भरोसा जताया।
धरने में उपस्थित नागरिकों ने पेयजल की पर्याप्त सप्लाई न होने को लेकर खासा आक्रोश प्रकट किया तथा शहर के जनप्रतिनिधियों के प्रति अपना गुस्सा जाहिर किया। इस मौके पर समन्वय समिति ने ऐलान किया कि यदि अगले 15 दिन के भीतर पेयजल की समस्या का समाधान नहीं हुआ तो जल के लिए जलआंदोलन निरंतर जारी रहेगा।
धरने पर बीसलपुर बांध का पानी अजमेर शहर को पर्याप्त एवं नियमित दिया जाने तथा जयपुर शहर को बीसलपुर का पानी 24 घंटे में तथा अजमेर को 48, 72 और 96 घंटे के अंतराल से देकर किए जा रहे भेदभाव को समाप्त कर समान रूप से जल वितरण किए जाने की मांग पुरजोर तरीके से उठाई।