अजमेर। शिक्षामंत्री वासुदेव देवनानी के खिलाफ नारेबाजी करते हुए गुरुवार दोपहर करीब दो बजे कुछ लोग कचहरी रोड स्थित बीजेपी के संभाग स्तरीय मीडिया सेंटर में घुस गए और उदयपुर का टिकट दीवार पर चिपका दिया। इतना ही नहीं बल्कि बिस्कुट का एक पैकट और पानी की बोतल रखकर चलते बने। शहर में चुनावी सरगर्मी के बीच हुई इस ड्रामेबाजी ने नए राजनीतिक विवाद का रूप ले लिया।
घटना की सूचना मिलते ही बीजेपी के आला नेता मौके पर पहुंचे तथा पार्टी के मीडिया सेंटर पर हुई इस घटना के लिए कांग्रेस को जिम्मेदार ठहराते हुए आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन करार दिया। भाजपा शहर अध्यक्ष अरविंद यादव के नेतृत्व में शाम को पार्टी के नेता जिला निर्वाचन अधिकारी से मिले तथा उन्हें इस संबंध में लिखित शिकायत दर्ज कराई।
अरविंद यादव ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के पदाधिकारी विवेक पाराशर, लोकेश शर्मा, ब्रजेश पांडे कुछ अन्य लोगों को साथ लेकर बीजेपी के डॉ क्षेत्रपाल हॉस्पीटल के पीछे स्थित संभाग स्तरीय अटल बिहारी वाजपेयी मीडिया सेंटर में जबरन घुस गए। बीजेपी कार्यकर्ताओं के साथ गाली गलौच तथा धक्का मुक्की की।
मीडिया सेंटर के भीतर एक दीवार पर जबरन उदयपुर टिकट मुद्रित एक पोस्टर चिपका दिया तथा बिस्कुट का पैकेट तथा पानी की बोतल टेबल पर रखकर देवनानी उदयपुर जाओ के नारे लगाने लगे। इन लोगों का यह कृत्य आदर्श आचार संहिता के उल्लंघन के तहत आता है।
कांग्रेस ने यह पूर्व नियोजित कृत्य जाति विशेष तथा समाज में वैमनस्य फैलाने तथा मतदाताओं को भ्रमित करने की मंशा से किया है। बिना अनुमति के जबरजस्ती दूसरी पार्टी के कार्यालय पर प्रदर्शन और उसके परिसर में प्रवेश खुलेआम आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन है।
विवेक पाराशर, लोकेश शर्मा ब्रजेश पांडे जो कि कांग्रेस पार्टी के पदाधिकारी भी हैं का यह कृत्य दूसरी पार्टी के कार्यकर्ताओं को उत्तेजित कर शांति भंग करने का प्रयास भी है। ऐसा कृत्य अजमेर के इतिहास में पहली बार हुआ है जब किसी राष्ट्रीय राजनीति पार्टी के कार्यकर्ताओं ने दूसरी पार्टी के कार्यालय में घुसकर ऐसी हरकत की हो। यह एक तरह से खुलेआम धमकी है। यादव ने कहा कि जब भी चुनाव आते हैं कांग्रेस पार्टी लोगों को जाति बिरादरी में बांटने लगती है। जबकि भाजपा सभी 36 कौम को साथ लेकर चलती है। कांग्रेस की सामाजिक सदभाव बिगाडने की कोशिश निंदनीय है।
उन्होंने यह भी बताया कि इन लोगों के साथ शामिल सुदामा शर्मा का दिन में फोन आया था लेकिन मिटिंग में व्यस्त होने के कारण अटेंड नहीं कर सका। हम यह साफ कर देना चाहते हैं कि सुदामा शर्मा किसी समाज विशेष के अगुआ नहीं हैं न ही पूरे समाज ने उन्हें नेतृत्व करने का सर्टिफिेकेट दिया हुआ है। वे खुद वे खुद एक बार पूर्व में देवनानी के सामने निर्दलीय के रूप में चुनाव लड चुके हैं।
भारतीय जनता पार्टी की ओर से इस सारे घटनाक्रम को लेकर जिला निर्वाचन अधिकारी को लिखित में शिकायत दर्ज करा दी गई है। जिला निर्वाचन अधिकारी से मिले शिष्टमंडल में एडीए चैयरमेन शिवशंकर हेडा, अमृत नाहरिया, महिला मोर्चा अध्यक्ष रश्मि शर्मा, रविन्द्र जसोदिया, पार्षद रमेश सोनी समेत वरिष्ठ बीजेपी पदाधिकारी शामिल थे।
कांग्रेस का कोई लेना देना नहीं : विजय जैन
इस बीच कांग्रेस शहर अध्यक्ष विजय जैन ने बीजेपी मीडिया सेंटर में हुई घटना से कांग्रेस पार्टी के किसी भी प्रकार के संबंध के आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया। उन्होंने कहा कि शिक्षमंत्री वासुदेव देवनानी और ब्राहमण समाज के कुछ लोगों बीच पूर्व से ही विवाद चला आ रहा है। इस बारे में पहले भी धरने प्रदर्शन भी हुए। उन्होंने कहा कि इस घटना में शामिल लोग कांग्रेस के हैं इसलिए यह कांग्रेस की साजिश है कहना सरारस गलत हैं। कोई व्यक्ति किसी पार्टी में रहकर व्यक्तिगत स्तर पर कुछ करता है तो उससे पार्टी का कोई लेना देना नहीं होता। यह ब्राहमण समाज का मामला है, इसे कांग्रेस पार्टी के साथ जोडना बीजेपी की ओछी मानसिकता को दर्शाता है। चुनाव में अपनी हार भांप कर बीजेपी अनर्गल आरोप लगा रही है।
अपनों का विरोध झेल रहे मंत्री देवनानी के लिए ‘ब्राह्मण’ बने संकट