अयोध्या। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंगलवार शाम यहां एक बड़ा ऐलान करते हुए कहा कि फैजाबाद जिले का नाम अब अयोध्या के रुप मेंं जाना जाएगा।
योगी ने यहां देव दीपावली दीपोत्सव के दिन रामकथा पार्क में अपने सम्बोधन में कहा कि फैजाबाद का नाम अब अयोध्या जिले के नाम से जाना जाएगा। उन्होंने कहा कि राम के नाम पर सभी लोग एक दीप जला करके दीपोत्सव का पर्व मनाएं।
उन्होंने यह भी ऐलान किया कि अयोध्या क्षेत्र में बन रहे मेडिकल कालेज का नाम राजा दशरथ के नाम पर होगा और अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा का विस्तार किया जाएगा, जिसका नाम पुरुषोत्तम भगवान श्रीराम के नाम से होगा। उन्होंने कहा कि अब पूरी अयोध्या पर्यटन के रूप में विकसित होगा। यह मैंने संकल्प ले रखा है।
मुख्यमंत्री ने यहां कोरिया गणराज्य के प्रथम महिला किम जोंग सुक का भव्य स्वागत करते हुए कहा कि इससे भारत और दक्षिण कोरिया के रिश्ते और मजबूत होंगे। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की तारीफ करते हुए कहा कि आज उन्हीं की देन है कि दक्षिण कोरिया और भारत एक मजबूत दिशा की तरफ बढ़ रहा है।
उन्होंने मोदी सरकार की योजनाओं का तारीफ करते हुए कहा कि केन्द्र सरकार, देश की जनता के लिए विभिन्न कल्याणकारी योजना चला रही है और लाने वाली भी है। गरीब जनता इन योजनाओं का लाभ उठाएगी। उन्होंने कहा कि अयोध्या नगरी को हम पर्यटन के रूप में इतनी जल्द विकसित करेंगे कि इसे पूरे विश्व में लोग जानने लगेंगे।
योगी ने कहा कि पूरे देश में दीपावली मनाई जाती है। यह अयोध्या की पहचान है क्योंकि यहीं से मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्रीराम वनवास से लौटकर जब अयोध्या नगरी आए थे तो यहां की जनता ने अयोध्या को सजाया था, संवारा था और दीप भी जलाए थे। इसी की वजह से पूरे देश में दीपावली मनाई जाती है। इसके बावजूद भी अयोध्या उपेक्षित थी। उन्होंने कहा कि अब ऐसा नहीं होगा।
मुख्यमंत्री ने प्रदेशवासियों को दीपावली एवं अन्य त्यौहारों की हार्दिक शुभकामनाएं देते हुए अनुरोध किया कि आप लोग प्रदूषण मुक्त दीपावली बनाने का प्रयास करें।
रामकथा पार्क में कोरिया गणराज्य के प्रथम महिला किम जोंग-सुक ने देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को इस उत्सव में बुलाने के लिए धन्यवाद अर्पित करते हुए कहा कि दो हजार वर्ष पूर्व का यह रिश्ता भारत और कोरिया काे बहुत मजबूती से बनने जा रहा है। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की तारीफ करते हुए कहा कि कोरिया और भारत के रिश्ते में अब लगातार मजबूती रहेगी। यह देखने को मिल रहा है।
इस मौके पर बिहार के राज्यपाल लालजी टण्डन ने कहा कि जो आप लोग अब सोच रहे हैं वह शीघ्र ही पूरा होगा। राज्यपाल के सम्बोधन के पहले ही कार्यक्रम में जयश्रीराम के नारे लगाना शुरू हुआ। इसी पर उन्होंने कहा कि अयोध्या नगरी पूरे विश्व में अब जाना और पहचाना जाएगा।
प्रदेश के राज्यपाल राम नाईक ने कहा आज का दिन महत्वपूर्ण है। चारों तरफ अयोध्या जगमगा रही है। विदेश राज्यमंत्री जनरल वी.के. सिंह ने कहा कि हिन्दुस्तान का दीपोत्सव का दिन आज अलौकिक है और उनका मानना है कि ऐसा ही रहना चाहिए। यह अतीत का उत्सव लग रहा है।
इसके पहले पुष्पक विमान से उतरे रामकथा पार्क में भगवान राम, सीता और लक्ष्मण का राज्याभिषेक भी किया। साकेत महाविद्यालय से निकली 15 झांकियों का शुभारम्भ हुआ जिसमें चार विदेशी झांकियां निकाली गई थीं जो अयोध्या की जनता के लिए एक आकर्षण का केन्द्र रहीं। इन झांकियों का अयोध्या नगरी में जगह-जगह रामभक्तों ने स्वागत किया।
योगी ने कई योजनाओं का शिलान्यास एवं लोकार्पण भी किया जिनमें पर्यटन विभाग द्वारा 24़ 66 करोड़ की लागत से बनने वाले क्वीन हो स्मारक, 7़ 51 करोड़ की लागत से रामकथा पार्क, 12़ 64 करोड़ की लागत से राम की पैड़ी, सिंचाई विभाग द्वारा 41 करोड़ की लागत से राम की पैड़ी का उच्चीकरण, ऊर्जा विभाग से 51 करोड़ की लागत से आईडीपीएस योजना, नगर विकास विभाग अयोध्या से 37 करोड़ लागत की अमृत योजना, राजस्व विभाग द्वारा 3़ 69 करोड़ की लागत से 15 पशु शालाओं, चारागाहों का निर्माण व विकास कार्य शामिल है।
मुख्यमंत्री योगी और कोरिया की प्रथम महिला किम जोंग सुक के साथ सरयू की आरती की जिसमें तीन लाख पैंसठ हजार दिए जलाने का शुभारम्भ किया।
इस अवसर पर प्रदेश के राज्यपाल राम नाईक, बिहार के राज्यपाल लालजी टण्डन, केन्द्रीय मंत्री जनरल वी.के. सिंह, उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य, डा. दिनेश शर्मा, पर्यटन मंत्री रीता बहुगुणा जोशी, मंत्रियों में लक्ष्मी नारायण चौधरी, धर्मपाल सिंह, श्रीकान्त शर्मा, डा. नीलकण्ठ तिवारी के अलावा सांसद लल्लू सिंह, महापौर ऋषिकेश उपाध्याय, विधायक वेदप्रकाश गुप्त, अवध विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. मनोज दीक्षित, श्रीरामजन्मभूमि न्यास के अध्यक्ष एवं मणिराम छावनी के महंत नृत्यगोपाल दास, दिगम्बर अखाड़ा के महंत सुरेश दास, श्रीरामजन्मभूमि न्यास के सदस्य एवं पूर्व भाजपा सदस्य डा. रामविलास दास वेदान्ती सहित अन्य संत-धर्माचार्य व रामभक्त मौजूद रहे।