नयी दिल्ली, 20 नवंबर :- ओलंपिक पदक विजेता स्टार मुक्केबाज़ एमसी मैरीकॉम ने बुधवार को आईबा विश्व महिला मुक्केबाजी चैंपियनशिप में अपने 45-48 किग्रा वर्ग के सेमीफाइनल में पहुंचकर भारत के लिये पहला पदक पक्का कर दिया।
35 साल की महिला मुक्केबाज़ ने क्वार्टरफाइनल मुकाबले में चीन की वू यू को 5-0 से पराजित करने के साथ सेमीफाइनल में प्रवेश कर लिया। मैरीकॉम ने अपना मुकाबला 30-27, 29-28, 30-27, 29-28, 30-27 से जीता। उन्होंने इसी के साथ अपना सातवां विश्व चैंपियनशिप पदक पक्का कर लिया जिससे वह इस टूर्नामेंट की सबसे सफल मुक्केबाज़ बन गयी हैं।
मैरीकॉम पांच बार विश्व चैंपियनशिप में स्वर्ण विजेता रही हैं। उन्होंने वर्ष 2002 अंताल्या, 2005 पोडोल्स्क, 2006 नयी दिल्ली, 2008 निंग्बो सिटी, 2010 ब्रिजटाउन में खिताब जीते थे जबकि 2001 के स्क्रांटन में पहले संस्करण में रजत पदक जीता था। हालांकि ओलंपिक कांस्य पदक विजेता वर्ष 2010 के बाद आईबा चैंपियनशिप में पहले खिताब की तलाश में हैं।
मणिपुरी मुक्केबाज़ यदि इस बार भी स्वर्ण तक पहुंचती हैं तो आयरलैंड की केटी टेलर के पांच विश्व खिताब के रिकार्ड को पीछे छोड़ देगी। वह अपने रिकार्ड छठे स्वर्ण से दो कदम दूर हैं और सेमीफाइनल मुकाबले में उत्तर कोरिया की किम हयांग मी की चुनौती का सामना करने उतरेंगी। हयांग ने अपने क्वार्टरफाइनल मैच में कोरिया की बाक चोरोंग को हराया था।
54 किग्रा बैंटम वजन वर्ग में हालांकि भारतीय पदक उम्मीद मनीषा को क्वार्टरफाइनल मुकाबले में स्टोइका पेत्रोवा के हाथों 1-4 से शिकस्त झेलनी पड़ गयी। मनीषा अपने मुकाबले में 30-27, 29-28, 29-28, 27-30, 30-27 से पराजित हुयीं।