नई दिल्ली। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी की कड़ी फटकार के बाद पार्टी के वरिष्ठ नेता सीपी जोशी ने अपने धर्म संबंधी बयान पर माफी मांग ली है।
राजस्थान विधानसभा का चुनाव लड रहे पार्टी के वरिष्ठ नेता जोशी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय मंत्री उमा भारती की जाति को लेकर एक विवादास्पद बयान दिया है। उन्होेंने कहा कि धर्म के बारे में केवल ब्राह्मण जानते हैं। जोशी ने अपने बयान में प्रधानमंत्री गैर ब्राह्मण और सुश्री भारती को लोधी बताया है। इसको लेकर जोशी और कांग्रेस की तीखी आलोचना हो रही है।
कांग्रेस अध्यक्ष की नाराजगी को देखते हुए जोशी ने कहा कि मेरे बयान से अगर समाज के किसी वर्ग को दुख पहुंचा हो तो मैं कांग्रेस के आदर्शों और कार्यकताओं की भावनाओं का सम्मान करते हुए उनसे माफी मांगता हूं।
गांधी ने पार्टी का बचाव करते हुए कहा कि यह कांग्रेस की विचारधारा नहीं है और कांग्रेस धर्म के आधार पर राजनीति नहीं करती है। उन्होेंने कहा कि पार्टी के नेताओं को जनभावनाओं का ध्यान रखते हुए बयान देने चाहिए। उन्होंने जोशी को माफी मांगने के लिए भी कहा है।
गांधी ने शुक्रवार को ट्विटर लिखा कि सीपी जोशी जी का बयान कांग्रेस पार्टी के आदर्शों के विपरीत है। पार्टी के नेता ऐसा कोई बयान न दें जिससे समाज के किसी भी वर्ग को दुःख पहुंचे। कांग्रेस के सिद्धांतों, कार्यकर्ताओं की भावना का आदर करते हुए जोशीजी को जरूर गलती का अहसास होगा। उन्हें अपने बयान पर खेद प्रकट करना चाहिए।
गांधी ने पार्टी का बचाव करते हुए कहा कि यह कांग्रेस की विचारधारा नहीं है और कांग्रेस धर्म के आधार पर राजनीति नहीं करती है। उन्होेंने कहा कि पार्टी के नेताओं को जनभावनाओं का ध्यान रखते हुए बयान देने चाहिए। उन्होंने जोशी को माफी मांगने के लिये भी कहा है।
भारतीय जनता पार्टी ने जोशी के बयान पर कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए उन्हें पार्टी से हटाने के लिए कहा था। भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा ने कहा कि कांग्रेस के नेता जो चर्चा बंद दरवाजे में करते हैं, वे सामने आ गई है। अब जबकि उनका पर्दाफाश हो गया है तो लोगों से माफी मांगने के लिए कहा जा रहा है। पात्रा ने कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी रंगे हाथ पकड़े गए हैं। जोशी को तुरंत कांग्रेस से बर्खास्त कर दिया जाना चाहिए। उन्हें तो एक घंटे के भीतर हटा दिया जाना चाहिए।