सबगुरु न्यूज-सिरोही। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष अमित शाह ने मंगलवार को अन्य स्थानों की तरह ही यहां के अरविंद पेवेलियन में भी कांग्रेस को जमकर कोसा। उन्होंने कांग्रेस की वंशवाद की राजनीति पर निशाना साधते हुए राजस्थान कांग्रेस को नेता, नीति और सिद्धांतहीन पार्टी बताया।
शाह ने यहां भी कहा कांग्रेस हमसे चार साल के कामों का हिसाब मांगती है, लेकिन वह अपने परिवार के चालीस साल के शासन का हिसाब देने को तैयार नहीं हैं। उन्होंने कहा कि वह कांग्रेस को नहीं जनता को अपने काम का हिसाब देंगे। उन्होंने यहां पर केन्द्र और राज्य सरकार की 129 योजनाओं की सूची दिखाते हुए इनके नाम भी पढ़े।
उन्होंने इस मंच से 2019 में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के कामों के लिए जनता का आशीर्वाद मांगा। यहां पहुंचने से पहले मंच पर जालोर सांसद देवजी पटेल, तीनों विधायक और विधानसभा चुनावों के प्रत्याशी ओटाराम देवासी, जगसीराम कोली व समाराम गरासिया, जिलाध्यक्ष लुम्बाराम चैधरी, तारा भंडारी, हेमंत पुरोहित आदि ने उनका अभिवादन किया। मंच संचालन अशोक पुरोहित ने किया।
-जालोर और राजेश पायलट आए याद
शाह के भाषण में स्थानीय पुट भी दिया गया। इसके लिए उन्हें सिरोही में भाजपा सरकार के दौरान करवाए गए काम बताए गए। यहां आने से पहले वह जालोर में सभा करके आए तो यहां भी भाषण को स्थानीयता का तड़का देने के लिए वे दो-तीन बार शुरू में जालोर ही बोलते रहे।
इतना ही नहीं भाजपा प्रदेशाध्यक्ष सचिन पायलट को निशाना बनाने के दौरान वह दो बार तो उन्हें उनके पिता राजेश पायलट के नाम से ही संबोधित करते दिखे। बाद में संशोधन किया।
-पांडाल देख हुए उत्साहित
अमित शाह हाल के मध्यप्रदेश की छिंदवाड़ा में भीड़ नहीं आने के दर्द पर सिरोही में शायद मलहम लग गया। अरविंद पेवेलियन में करीब साढ़ पांच से छह हजार लोगों के बैठने के इंतजाम लायक 120 गुणा 225 वर्गफीट में कुर्सी और जमीन पर बैठने की व्यवस्था की गई थी।
इसमें पर्याप्त संख्या में लोग बैठे हुए थे। इससे अमित शाह के चेहरे पर भी खुशी दिखी। ये बात अलग है कि लोगों की नजर में तीन विधानसभाओं और पूरे जिला का तथा राष्ट्रीय अध्यक्ष का कार्यक्रम होने के लिहाज से यह उतनी नहीं थी, लेकिन भरा हुआ पंडाल गौरवांवित करने लायक तो था।
-बच्चों ने लगाए शाह के मुखौटे
शाह की सभा के लिए राज्य और केन्द्रीय संगठन की तरफ से पर्याप्त प्रचार सामग्री भेजी गई थी। नरेन्द्र मोदी, अमित शाह और वसुंधरा राजे के कट आउट से पूरा पांडाल सजा हुआ था तो बच्चों के हाथों में अमित शाह के मुखौटे भी थे, जिन्हें पहनकर वह खेलते दिखे।
-भाषण से नदारद रहे ये बिंदु
राजास्थान और इसके बाद भारत में कांग्रेस को जनता ने जिन तीन मुद्दों पर कुर्सी बदर किया उन पर अमित शाह अपनी पार्टी के रुख पर कुछ भी नहीं बोले। भ्रष्टाचार के उन्मुलन और त्वरित कार्रवाई के लिए उनकी पार्टी की क्या नीति होगी? महंगाई कम करने के लिए उनकी पार्टी की रूपरेखा और जनता को उनके काम तय समय सीमा में पूरे करने के लिए भाजपा के द्वारा लाई जाने वाली किसी योजना की उन्होंने चर्चा नहीं कि जबकि उनकी पार्टी की मुख्यमंत्री पद की दावेदार इन्हीं मुद्दों पर कई जगह घिरती नजर आ रही हैं।