जयपुर । राजस्थान विधानसभा चुनाव में टिकट नहीं मिलने से नाराज पूर्व विधानसभा अध्यक्ष सुमित्रा सिंह सहित भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के चार नेता आज कांग्रेस में शामिल हो गये।
श्रीमती सिंह के साथ पूर्व भाजपा विधायक रविन्द्र बोहरा एवं उनके पुत्र विवेक बोहरा तथा अल्पसंख्यक नेता एवं राज्य वक्फ बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष सलावत खान कांग्रेस में शामिल हुए। चारों नेताओं ने कांग्रेस के घोषणा पत्र जारी होने के बाद प्रदेश प्रभारी अविनाश पांडे, पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत एवं प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष सचिन पायलट की मौजूदगी में कांग्रेस की सदस्यता ग्रहण की। माना जा रहा है कि वरिष्ठ नेता के पार्टी छोड़ने से झुंझुनूं विधानसभा क्षेत्र में चुनावी समीकरण बिगड़ने की संभावना हैं।
उल्लेखनीय है कि श्रीमती सिंह राज्य के झुंझुनूं विधानसभा क्षेत्र सहित विभिन्न स्थानों से विभिन्न दलों से नौ बार विधायक रह चुकी हैं। वह वर्ष 2003 में कांग्रेस छोड़कर भाजपा में आई और विधानसभा अध्यक्ष बनाई गई। उन्हें राजस्थान विधानसभा की प्रथम महिला अध्यक्ष बनने का गौरव प्राप्त हुआ। उन्होंने वर्ष 1957 में पिलानी से कांग्रेस के टिकट पर चुनाव जीतकर पहली बार विधायक बनीं। उसके बाद वह सन् 1962 से लगातार चार बार झुन्झुनूं से चुनाव जीतकर विधानसभा पहुंची।
वर्ष 1985 में इंडियन नेशनल लोकदल वर्ष 1990 में जनता दल प्रत्याशी के रूप में फिर पिलानी से तथा वर्ष 1998 में निर्दलीय एवं वर्ष 2003 में भाजपा के टिकट पर झुन्झुनूं से विधायक बनकर अब तक नौ बार विधायक बनने का गौरव हासिल कर चुकी हैं। रविन्द्र बोहरा धौलपुर जिले के राजाखेड़ा विधानसभा क्षेत्र से भाजपा विधायक रहे हैं। सलावत खान पिछले भाजपा शासन में राज्य वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष रह चुके हैं।