एडिलेड । विश्व की नंबर एक टीम भारत गुरूवार से एडिलेड ओवल मैदान में आस्ट्रेलिया के खिलाफ होने वाले पहले टेस्ट मैच में जब उतरेगी तो उसका लक्ष्य 2003 में इसी मैदान पर भारत की चार विकेट की जीत में राहुल द्रविड़ और वीवीएस लक्ष्मण के ऐतिहासिक प्रदर्शन से प्रेरणा लेना होगा।
भारत को एडिलेड मैदान में जो एकमात्र जीत मिली है वह उसे सौरभ गांगुली के नेतृत्व में 12 से 16 दिसंबर 2003 में मिली थी। भारत ने एडिलेड में अपना पहला टेस्ट 1948 में खेला था जिसमें वह पारी और 16 रन से हारा था। भारत को 1967 में इस मैदान पर आस्ट्रेलिया ने 146 रन से और 1978 में 47 रन से पराजित किया था। दोनों देशों के बीच 1981 अौर 1985 के मैच ड्राॅ समाप्त हुये।
1992 में एडिलेड में आस्ट्रेलिया 38 रन से जीता और दिसंबर 1999 में भी आस्ट्रेलिया ने 285 रन से जीत हासिल की थी। भारत को एडिलेड में पहली कामयाबी 2003 में मिली जिसमें टीम इंडिया ने ऐतिहासिक प्रदर्शन किया।
आस्ट्रेलिया ने इस मुकाबले में रिकी पोंटिंग के 242 रन की बदौलत 556 रन का विशाल स्कोर बनाया। भारत ने इस स्कोर का जबरदस्त जवाब दिया। भारत ने राहुल द्रविड़ के 233 और वीवीएस लक्ष्मण के 143 रन की बदौलत 523 रन बनाये।
आस्ट्रेलियाई टीम दूसरी पारी में 196 रन पर सिमट गयी। अजीत आगरकर ने 41 रन पर छह विकेट हासिल किये। भारत ने 230 रन का लक्ष्य छह विकेट पर 233 रन बनाकर हासिल कर लिया। द्रविड़ ने नाबाद 72 और लक्ष्मण ने 32 रन बनाये। द्रविड़ इस मुकाबले में मैन ऑफ द मैच रहे।
भारत ने इसके बाद 2008 में एडिलेड में आस्ट्रेलिया से ड्रॉ खेला लेकिन 2012 में उसे 298 रन से और 2014 में 48 रन से हार का सामना करना पड़ा। विराट कोहली की टीम गुरूवार के मुकाबले में जब उतरेगी तो उसका लक्ष्य द्रविड़ और लक्ष्मण के प्रदर्शन से प्रेरणा लेते हुये सीरीज़ में विजयी शुरूआत करना होगा।
2014 के पिछले मुकाबले में भारतीय कप्तान विराट ने पहली पारी में 115 और दूसरी पारी में 141 रन बनाये थे। भारत के सामने 364 रन का लक्ष्य था और टीम 315 तक पहुंच पायी। हालांकि एक समय भारत का स्कोर दो विकेट पर 242 रन था।
विराट 2014 के मुकाबले में सातवें विकेट के रूप में जब आउट हुये तो भारत का स्कोर 304 रन पहुंच गया था। यदि विराट कुछ देर और टिक जाते तो भारत एडिलेड में दूसरी ऐतिहासिक जीत दर्ज कर सकता था। विराट मौजूदा समय में दुनिया के नंबर एक बल्लेबाज़ हैं और वह चाहेंगे कि एडिलेड में टीम इंडिया पिछली गलतियों से सबक लेकर विजयी शुरूआत करे।