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rajasthan assembly elections 2018 : direct fight at 115 constituencies, triangular contest at around 70 seats-राजस्थान चुनाव : 115 स्थानों पर सीधा, करीब 70 सीटों पर त्रिकोणीय मुकाबला - Sabguru News
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राजस्थान चुनाव : 115 स्थानों पर सीधा, करीब 70 सीटों पर त्रिकोणीय मुकाबला

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राजस्थान चुनाव : 115 स्थानों पर सीधा, करीब 70 सीटों पर त्रिकोणीय मुकाबला
rajasthan assembly elections 2018 : direct fight at 115 constituencies, triangular contest at around 70 seats
rajasthan assembly elections 2018 : direct fight at 115 constituencies, triangular contest at around 70 seats

जयपुर। राजस्थान विधानसभान चुनाव में मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के झालरापाटन, पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के सरदारपुरा एवं प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष सचिन पायलट के टोंक विधानसभा क्षेत्र सहित राज्य की करीब एक सौ पन्द्रह सीटों पर सीधा तथा करीब सत्तर स्थानों पर त्रिकोणीय जबकि एक दर्जन से अधिक स्थानों पर चतुष्कोणीय चुनावी मुकाबला नजर आने लगा हैं।

हालांकि सिरोही जिले के पिण्डवाड़ा आबू विधानसभा क्षेत्र में निर्दलीयों एवं शिवसेना प्रत्याशी के चुनाव मैदान में दमखम दिखाने से वहां सत्तारुढ़ भारतीय जनता पार्टी एवं प्रमुख विपक्ष कांग्रेस प्रत्याशियों सहित पांच उम्मीदवारों में चुनावी मुकाबला होने के आसार हैं जबकि गंगानगर विधानसभा क्षेत्र में भाजपा एवं कांग्रेस के अलावा चार बार विधायक रहे पूर्व मंत्री राधेश्याम के निर्दलीय, बागी राजकुमार गौड़ एवं जयदीप बियाणी एवं बहुजन समाज पार्टी प्रत्याशी प्रहलाद टाक तथा मौजूदा विधायक जमीदारा पार्टी की कामिनी जिंदल चुनाव मैदान में होने से यहां सात उम्मीदवारों में बराबरी का मुकाबला बनता जा रहा हैं।

सात दिसम्बर को विधानसभा की दो सौ में से 199 सीटों पर होने वाले चुनाव में भाजपा ने सभी सीटों पर, कांग्रेस ने 195 एवं बहुजन समाज पार्टी तथा अन्य दलों एवं निर्दलीयों सहित कुल 2274 उम्मीदवार चुनाव मैदान में अपना भाग्य आजमा रहे हैं। उल्लेखनीय है कि अलवर जिले के रामगढ़ विधानसभा क्षेत्र से बसपा उम्मीदवार लक्ष्मण सिंह के आकस्मिक निधन से वहां चुनाव स्थगित हो चुका हैं।

राजे का झालावाड़ जिले की झालरापाटन विधानसभा क्षेत्र से भाजपा छोड़कर कांग्रेस में आए विधायक मानवेन्द्र सिंह से सीधा मुकाबला हैं। हालांकि राजे के दो बार मुख्यमंत्री बनने तथा इस क्षेत्र धौलपुर के बाद वर्ष 2003 से लगातार यहां से विधायक चुनने से उनकी स्थिति काफी मजबूत मानी जा रही हैं।

इसी तरह दो बार मुख्यमंत्री रह चुके गहलोत जोधपुर जिले की सरदारपुरा विधानसभा क्षेत्र में मजबूत स्थिति में हैं और उनका मुकाबला पिछली बार उनके सामने चुनाव हार चुके भाजपा प्रत्याशी शंभू सिंह खेतासर से हैं जबकि पायलट का टोंक विधानसभा क्षेत्र में राज्य के सार्वजनिक निर्माण मंत्री यूनुस खान से सीधा चुनावी मुकाबला हैं। खान भाजपा का एक मात्र मुस्लिम प्रत्याशी हैं।

वर्ष 2008 में एक वोट से हारने वाले पूर्व केन्द्रीय मंत्री कांग्रेस प्रत्याशी डॉ सीपी जोशी का इस बार नाथद्वारा सीट से हाल में कांग्रेस से भाजपा में आए महेश प्रताप सिंह से सीधा मुकाबला हैं।

इसी तरह पांच बार विधायक चुनी गई भाजपा की वरिष्ठ नेता सूर्यकांता व्यास सूरसागर विधानसभा क्षेत्र में कांग्रेस प्रत्याशी प्रो अयूब खान, पंयाचत राज मंत्री राजेन्द्र राठौड़ का मुकाबला कांग्रेस प्रत्याशी रफीक मंडेलिया से, अंता से कृषि मंत्री प्रभु लाल सैनी का पूर्व मंत्री कांग्रेस प्रत्याशी प्रमोद जैन, कोटा उत्तर से पूर्व गृह मंत्री कांग्रेस प्रत्याशी शांति धारीवाल का भाजपा प्रत्याशी विधायक प्रहलाद गुंजल तथा कोलायत विधानसभा क्षेत्र में विधानसभा में प्रतिपक्ष नेता रामेश्वर डूडी की पिछले चुनाव में बागी रहे भाजपा प्रत्याशी बिहारी लाल विश्नोई से सीधी चुनावी टक्कर होने के आसार हैं।

इसी तरह उच्च शिक्षा मंत्री किरण माहेश्वरी की राजसमंद एवं वन मंत्री गजेन्द्र सिंह की लोहावट सहित अन्य मंत्रियों एवं कई विधायकों एवं पूर्व विधायकों के कई स्थानों पर भाजपा एवं कांग्रेस में सीधा मुकाबला नजर आ रहा है।

जिन सीटों पर सीधा मुकाबला होने के आसार हैं उनमें उदयपुर ग्रामीण (सुरक्षित) , झाड़ौल (सुरक्षित) मावली, गोंगूदा, खेरवाड़ (सुरक्षित) , सलूम्बर (सुरक्षित), प्रतापगढ (सुरक्षित) , धरियावद (सुरक्षित) कुभलगढ, जोधपुर की लूणी, सीमांत बाड़मेर जिले का बाड़मेर एवं पचपदरा, जैसलमेर जिले का पोकरण एवं जैसलमेर, पाली जिले की पाली, सोजत, सुमेरपुर, जालोर जिले की रानीवाड़ा, जालोर, आहोर, भीनमाल एवं रेवदर विधानसभा क्षेत्र शामिल हैं।
इसी तरह नागौर जिले में मकराना, डेगाना, परबतसर, डीडवाना, नावां , कोटा जिले में कोटा दक्षिण, लाडपुरा, रामगंजमंडी, पीपल्दा, सांगोद, बारां जिले में किशनगंज, बूंदी जिले में हिंडौली एवं झालावाड़ जिले की मनोहरथाना, खानपुर, दुर्ग (सुरक्षित), सीकर जिले में फतेहपुर, लक्षमणगढ, चूरु जिले के सादुलपुर एवं सरदारशहर , झुंझुनूं, पिलानी, सूरजगढ, मंडावा, जयपुर में झोटवाड़ा, सिविल लाइंस , मालवीयनगर, चाकसू , बगरु, चौमू,जमवारामगढ, हवामहल, किशनपोल एवं आदर्शनगर, टोंक जिले की निवाई, सवाई माधोपुर जिले में सवाईमाधोपुर एवं खंडार, करौली जिले में करौली, टोडाभीम, हिंडौन एवं सपोटरा में भाजपा एवं कांग्रेस प्रत्याशी के बीच सीधा मुकाबला होने के आसार हैं।

इसके अलावा दौसा, बांदीकुई, लालसोट, मांडलगढ, जहाजपुर, अजमेर उत्तर अजमेर दक्षिण, पुष्कर नसीराबाद, केकड़ी, मसूदा, ब्यावर, चित्तौड़गढ, निम्बाहेड़ा, बड़ीसादड़ी, अलवर शहर, अलवर ग्रामीण, तिजारा, मुंडावर, डीग-कुम्हेर, नदबई, भरतपुर, वैर, बयाना, राजाखेड़ा, धौलपुर, बसेड़ी, श्रीकरणपुर, बीकानेरपूर्व, खाजूवाला, नोखा, लूणकरणसर, कोलायत, हनुमानगढ, संगरिया, पीलीबंगा एवं नोहर विधानसभा क्षेत्र में कांग्रेस और भाजपा में सीधा मुकाबला माना जा रहा हैं।

भीलवाड़ा जिले के शाहपुरा विधानसभा क्षेत्र में विधानसभा अध्यक्ष एवं भाजपा प्रत्याशी कैलाश मेघवाल और कांग्रेस प्रत्याशी पूर्व विधायक महावीर मोची तथा कांग्रेस बागी राजकुमार बैरवा के निर्दलीय चुनाव लड़ने से मुकाबला त्रिकोणीय बन गया हैं। इसी तरह मंत्री हेमसिंह भड़ाना का टिकट कट जाने के बाद निर्दलीय चुनाव मैदान में कूद जाने से अलवर की थानागाजी सीट पर कांग्रेस एवं भाजपा के साथ त्रिकोणात्मक चुनावी मुकाबला होने के आसार हैं। राज्यमंत्री धनसिंह का टिकट कटने पर बांसवाड़ा से निर्दलीय चुनाव लड़ने पर त्रिकोणात्मक मुकाबला बन गया।

इसी तरह बागियों एवं राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी, बसपा तथा अन्य दल तथा निर्दलीयों के उम्मीदवारों के कारण राज्य के कई स्थानों पर त्रिकोणीय मुकाबले होते नजर आ रहे हैं। जहां त्रिकोणात्मक मुकाबले की स्थिति नजर आ रही हैं उनमें खींवसर, जायल, लांडनूं, वल्लभनगर, बागीदौरा, घाटोल, गढृी, कुशलगढ, डूंगरपुर, चौरासी, आसपुर, भीम, जोधपुर शहर, ओसियां, फलौदी, शेरगढ, भोपालगढ, बिलाडा, बाडमेर, सिवाना, शिव, गुडामालानी, बायतु, चौहटन, पाली, सांचौर, सिरोही, नागौर, मेड़ता, बारांअटरु, छबड़ा, केपाटन, सीकर, दांतारामगढ, धोद, चूरु, तारानगर, सुजानगढ, नवलगढ, खेतड़ी, शाहपुरा, आमेर, आमेर, विद्याधरनगर, विराटनगर, दूदू, सांगानेर, बस्सी, मालपुरा एवं देवलीउनियारा विधानसभा क्षेत्र शामिल हैं।

इसी प्रकार राज्य की बामनवास, गंगापुरसिटी, महुवा, सिकराय, भीलवाड़ा,सहाड़ा, शाहपुरा, आसींद, बेगू, कपासन, किशनगढबास, बहरोड़ राजगढ-लक्षमणगढ, कठूमर, बानसूर, नगर, बाडी, सादुलपुर, सूरतगढ, बीकानेर पश्चिम एवं भादरा विधानसभा क्षेत्रों में भाजपा एवं कांग्रेस प्रत्याशियों तथा अन्य उम्मीदवारों के बीच त्रिकोणात्मक चुनावी मुकाबला होने के आसार हैं।

डूंगरपुर जिले की सांगवाड़ा में भाजपा ने विधायक अनीता कटारा का टिकट काट देने से उनके निर्दलीय चुनाव मैदान में उतर जाने से भाजपा एवं कांग्रेस प्रत्याशी के अलावा बीटीपी प्रत्याशी रामप्रसाद के बीच चतुष्कोणीय मुकाबला होने के आसार हैं।

इसी तरह सीकर जिले की खंंडेला सीट पर मंत्री बंशीधर बाजिया, कांग्रेस प्रत्याशी सुभाष मील, माकपा के सुभाष नेहरा एवं निर्दलीय एवं पूर्व केन्द्रीय मंत्री महादेव सिंह खंडेला की बची चतुष्कोणीय मुकाबला नजर आ रहा हैं।

इसी तरह डूंगरपुर, पाली जिले की मारवाड़ जक्शन एवं जैतारण, सीकर जिले का श्रीमाधोपुर, नीमकाथाना, चूरु जिले की रतनगढ, अलवर की कोटपुतली, जयपुर की फूलेरा, भीलवाड़ा की मांडल, अजमेर की किशनगढ, श्री गंगानगर जिले की रायिसंहनगर तथा अनूपगढ विधानसभा क्षेत्र में चुतष्कोणीय मुकाबला होने की संभावना हैं।