नई दिल्ली। इंडियन प्रीमियर लीग के 2019 में होने वाले 12वें संस्करण की जयपुर में 18 दिसंबर को आयोजित नीलामी के लिए 232 विदेशी खिलाड़ियों सहित 1003 खिलाड़ियों ने अपना पंजीकरण कराया है।
आईपीएल की बुधवार को जारी विज्ञप्ति के अनुसार मंगलवार को खिलाड़ी पंजीकरण समाप्ति की आखिरी तारीख थी। नीलामी के लिए 232 विदेशी खिलाड़ियों सहित 1003 खिलाड़ियों ने अपना पंजीकरण कराया है। नीलामी जयपुर में 18 दिसंबर को होगी जिसमें आठ फ्रेंचाइजी टीमें 70 स्थानों के लिए अपना दांव लगाएंगी।
पंजीकृत खिलाड़ियों में 200 कैप्ड खिलाड़ी, 800 अनकैप्ड खिलाड़ी और एसोसिएट देशों से तीन खिलाड़ी शामिल हैं। 800 अनकैप्ड खिलाड़ियों में 746 भारतीय हैं।
आईपीएल के इतिहास में पहली बार नौ राज्यों अरूणाचल प्रदेश, बिहार, मणिपुर, मेघालय, मिजोरम, नगालैंड, सिक्किम, उत्तराखंड और पुड्डुचेरी से क्रिकेटरों ने इस उम्मीद से अपना पंजीकरण कराया है कि उन्हें बेशुमार दौलत से भरपूर इस टूर्नामेंट में खेलने का मौका मिलेगा।
फ्रेंचाइजी टीमों के पास सोमवार 10 दिसंबर को शाम पांच बजे तक का समय होगा कि वे शॉर्ट लिस्ट खिलाड़ियों की सूची दे दें ताकि आईपीएल नीलामी के लिए अंतिम लिस्ट तैयार की जा सके।
232 विदेशी खिलाड़ियों में दक्षिण अफ्रीका के सबसे ज्यादा 59 और उसके बाद आस्ट्रेलिया के 35 खिलाड़ी शामिल हैं। विंडीज़ की ओर से 33, श्रीलंका की ओर से 28, अफगानिस्तान की ओर से 27, न्यूजीलैंड के 17, इंग्लैंड के 14, बांग्लादेश के 10 और जिम्बाब्वे के पांच खिलाड़ियों के अलावा हांगकांग, आयरलैंड, हॉलैंड और अमरीका से एक एक खिलाड़ी ने अपना पंजीकरण कराया है।
इससे पहले नवंबर में 8 टीमों ने 44 विदेशी खिलाड़ियों सहित 130 खिलाड़ियों को रिटेन किया था। हैदराबाद ने 6 विदेशी खिलाड़ियों सहित 20 खिलाड़ियों, दिल्ली ने 5 विदेशी खिलाड़ियों सहित 15 खिलाड़ियों, पंजाब ने 4 विदेशी खिलाड़ियों सहित 10 खिलाड़ियों, कोलकाता ने 3 विदेशी खिलाड़ियों सहित 13 खिलाड़ियों, मुंबई ने 7 विदेशी खिलाड़ियों सहित 18 खिलाड़ियों, राजस्थान ने 5 विदेशी खिलाड़ियों सहित 16 खिलाड़ियों तथा बेंगलुरु ने 6 विदेशी खिलाड़ियों सहित 15 खिलाड़ियों को रिटेन किया था।
दिल्ली के पास अब 10, पंजाब के पास सबसे ज्यादा 15, कोलकाता के पास 12, मुंबई के पास 7, राजस्थान के पास 9, बेंगलुरु के पास 10 और हैदराबाद के पास 5 खिलाड़ियों के लिए जगह बची है।
जयपुर में होने वाली नीलामी में 20 विदेशी और 50 भारतीयों सहित कुल 70 खिलाड़ी खरीदे जाने हैं। टीमों ने खिलाड़ियों को रिटेन करने में 510.75 करोड़ रुपए खर्च कर दिए हैं जबकि 145.25 करोड़ रुपए का सैलरी कैप बाकी है।
पंजाब के पास सबसे ज्यादा 36.20 करोड़ रुपए बचे हैं। चेन्नई के पास 8.40 करोड़, दिल्ली के पास 25.50, कोलकाता के पास 15.20, मुंबई के पास 11.15, राजस्थान के पास 20.95, बेंगलुरु के पास 18.15 और हैदराबाद के पास 9.70 करोड़ रुपए बचे हैं।