नई दिल्ली। कांग्रेस ने संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन की अध्यक्ष सोनिया गांधी के दामाद राबर्ट वाड्रा तथा उनके परिजनों के परिसरों में प्रवर्तन निदेशालय के छापों को अवैध करार देते हुए ईडी, सीबीआई, सीवीसी आदि एजेंसियों तथा उनके अधिकारियों को आज कड़ी चेतावनी दी कि वे कोई गैर-कानूनी काम नहीं करें। हवा बदल रही है और उन्हें बचाने नरेंद्र मोदी नहीं आएंगे।
कांग्रेस प्रवक्ता अभिषेक मनु सिंघवी तथा पवन खेड़ा ने शनिवार को संयुक्त संवाददाता सम्मेलन में कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष अमित शाह के इशारे पर राजनीतिक बदले की भावना से वाड्रा और उनके परिजनों के परिसरों में छापे मारकर उन्हें गैर कानूनी तरीके से परेशान किया जा रहा है। ऐसा लगता है कि सीबीआई और ईडी आदि एजेंसियां मोदी-शाह की निजी सेना बन गई है और उनके इशारे पर कानून की परवाह किए बिना कदम उठाए जा रहे हैं।
उन्होंने कहा कि छापे मारने से पहले न प्राथमिकी दर्ज की गई और और ना ही छापे मारने के लिए जरूरी सर्च वारंट की जरूरत महसूस की गई। वाड्रा के वकील की बात नहीं सुनी जा रही है और डंडे के बल पर तलाशी का अभियान चलाया जा रहा है। अधिकारी संविधान और कानून की परवाह किए बिना सिर्फ मोदी-शाह की जोड़ी से मिल रहे इशारों पर काम कर रहे हैं।
कांग्रेस प्रवक्ताओं ने मोदी सरकार की इस कार्रवाई को पांच राज्यों के विधानसभा चुनावों में भारतीय जनता पार्टी की सुनिश्चित चुनावी हताशा का परिणाम बताया और छापा मारने वाली एजेंसियों तथा अधिकारियों को चेतावनी दी कि उन्हें समझ लेना चाहिए कि मोदी हमेशा नहीं रहेंगे। मौसम बदल रहा है और सत्ता भी बदलने वाली है। अधिकारियों को गैरकानूनी काम नहीं करना चाहिए और समझ लेना चाहिए कि मोदी उनको बचाने नहीं आएंगे।
कांग्रेस ने जांच एजेंसियों को यह चेतावनी पांच राज्यों के विधानसभा चुनावों के एक्जिट पोल में उसके कई राज्यों में विजेता दल के रूप में उभरने के संकेत मिलने के एक दिन बाद दी है।