कुआलालम्पुर। मलेशिया के पूर्व प्रधानमंत्री नजीब रजाक के खिलाफ सरकारी निवेश कोष 1एमडीबी की ऑडिट रिपोर्ट के साथ छेड़छाड़ का मुकदमा चलाया जाएगा। मलेशिया की भ्रष्टाचार निरोधक एजेंसी ने मंगलवार को यह जानकारी दी।
मलेशिया भ्रष्टाचार निरोधक आयोग ने एक बयान जारी कर बताया कि उसे देश के एटर्नी जनरल की ओर से नजीब और 1एमडीबी के पूर्व मुख्य कार्यकारी अधिकारी अरुल कांडा के खिलाफ कुआलालम्पुर की एक अदालत में मुकदमा चलाने की मंजूरी मिल गई है। नजीब पर पद का दुरुपयोग कर 1एमडीबी की रिपोर्ट के साथ छेड़छाड़ करने और अरुल पर उनके सहयोग का आरोप है।
अरुल ने 2015 में कर्ज के बोझ से दबे 1एमडीबी की स्थिति सुधारने के दायित्व के साथ पद भार संभाला था लेकिन देश में सरकार बदलने के बाद जून में उन्हें बर्खास्त कर दिया गया। नजीब पर फिलहाल 1एमडीबी से जुड़े 38 मामले चल रहे है हालांकि उन्होंने सभी आरोपों से इन्कार किया है।
राष्ट्रीय ऑडिट विभाग के ऑडिटर जनरल मदीना मोहम्मद ने नवंबर में दावा किया था कि नजीब के एक सहयोगी ने उनके कार्यालय को ऑडिट रिपोर्ट से एक पैराग्राफ हटाने का निर्देश दिया था। उस पैराग्राफ में कंपनी की वित्तीय स्थिति और निदेशक मंडल की बैठकों समेत कई महत्वपूर्ण जानकारियां थी। यह रिपोर्ट मलेशियाई संसद की पब्लिक अकाउंट कमेटी के लिए तैयार की गई थी।
अधिकारी ने बताया कि नजीब के निजी सचिव के अनुरोध पर 2016 में रिपोर्ट में से दो महत्वपूर्ण तथ्य हटा दिए गए थे। इनमें से एक पैराग्राफ में 1एमडीबी मामले में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने के लिए मलेशियाई कारोबारी ली ताएक झो उर्फ झो लो का नाम अंकित था।