महिलाओं को अनेक प्रकार के समस्याओं का सामना करना पड़ता है। ऐसे में स्तन की बीमारी भी ऐसी समस्या जो महिलाओं को मौत के मुंह में डाल देती है। यदि महिलाएं स्तन की तरीके से देखभाल नहीं की जाए तो इस तन से जुड़ी अनेक रोगों का सामना करना पड़ सकता है। जैसे स्तन कैंसर स्तन कैंसर में को हटाया जा सकता है। इसी कारण उनकी देखभाल कार्ड अत्यंत जरूरी है। तो आइए जानते हैं स्तन कैंसर संबंधित समस्या वह उनके उपचार।
रिसर्च के अनुसार पता चला है कि महिलाओं के स्तन में नोन फैक्ट टिशूज ज्यादा पाए जाते हैं। जिसके कारण उन्हें ट्यूमर होने का खतरा ज्यादा हो जाता है। अर्थात यह समस्या उनको होती है जिनकी ब्रा साइज ज्यादा होती है।
स्तन कैंसर 40 से 50 वर्ष की महिलाओं को ज्यादा होता है। अधिकांश महिलाएं इस उम्र में शरीर को लेकर कई लापरवाही करती है। जिससे स्तन कैंसर होने का खतरा हो जाता है महिलाओं को युवावस्था में एक बार स्तन कैंसर की जॉर्ज अवश्य करा लेना चाहिए।
50 वर्ष की आयु में महिलाओं को स्तन कैंसर के समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं। इसी कारण इस उमर में कम से कम 3 महीने में एक बार इसकी जांच अवश्य कराना चाहिए।
वक्ष में दर्द ऋतुस्त्राव अवधि को नियंत्रित करने वाले हार्मोनों द्वारा होती है। हार्मोन के परिवर्तन के कारण ऋतुस्त्राव अवधि के आरंभ में दोनों स्तनों में दर्द हो सकता है इसे चक्रीय स्तन दर्द कहते हैं।
देखने में स्तन की गांठ का पता नहीं लगाया जा सकता है। परंतु जांच में ही थोड़ा पता लगाया जा सकता है की घाट स्तन कैंसर के कारण बनी है। क्योंकि 20 से 50 वर्ष की महिलाओं में स्तन की गांठ फ़ीसदी कैंसर जनक नहीं होती है।