जयपुर। राजस्थान में कांग्रेस सरकार की कमान संभालने जा रहे अशोक गहलोत का आज जयपुर पहुंचने पर जोरदार स्वागत किया गया। गहलोत के सत्तरह दिसम्बर को मुख्यमंत्री के पद की शपथ लेंगे।
गहलाेत भावी उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट के साथ जब सांगानेर हवाई अड्डे से बाहर निकले तो कार्यकर्ताओं ने उन्हें घेर लिया तथा फूल मालाओं से लाद दिया। गहलोत के सम्मान में नारेबाजी भी की गई। बाद में गहलोत एक पांच सितारा होटल में पहुंचे जहां विधायक दल की बैठक हो रही है। विधायकों ने भी उनका जोरदार स्वागत किया।
बैठक में गहलोत को विधायक दल का नेता चुना जाएगा इसके बाद वह राज्यपाल कल्याण सिंह से मिलकर बैठक में लिए गये निर्णय जानकारी देंगे।
तीसरी बार राजस्थान का मुख्यमंत्री बनने जा रहे अशोक गहलोत ने कहा है कि सुशासन उनकी सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता होगी जिससे पिछले पांच वर्ष के कुशासन से पीड़ित जनता को राहत मिल सके।
कांग्रेस की ओर से मुख्यमंत्री बनाये जाने की घोषणा किए जाने के बाद श्री गहलोत ने कहा कि उनकी सरकार का जाेर पार्टी अध्यक्ष राहुल गांधी द्वारा चुनाव प्रचार के दौरान उठाए गए मुद्दों को प्राथमिकता के आधार पर लागू करना होगा।
उन्होंने कहा कि किसानों और युवाओं की समस्याओं को हल करने पर हमारा विशेष जोर होगा। भारतीय जनता पार्टी के पिछले पांच वर्ष के कुशासन से राज्य की जनता को बहुत तकलीफ हुई है जिससे उनमें बहुत गुस्सा था।
मुख्यमंत्री का पद सौंपे जाने के लिए उन्होंने गांधी और नवनिर्वाचित विधायकों का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि उन्हें एक बार फिर राज्य की जनता की सेवा करने का मौका मिला है और वह जनता खासकर किसानों, युवाओं और कमजोर वर्ग के लोगाें की समस्याओं को हल करने में कोई कसर नहीं उठा रखेंगे।
गहलोत ने कहा कि उनकी पिछली सरकार द्वारा शुरू की गई जन कल्याण की कई परियोजनाओं को बंद कर दिया जिससे जनता को तकलीफ हुई है। इन योजनाओं को जल्द से जल्द पूरा कराने का प्रयास किया जाएगा।
पिछले दो दिन की जद्दोजहद के बाद गांधी ने गहलोत को मुख्यमंत्री तथा प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष सचिन पायलट काे उप मुख्यमंत्री बनाने का फैसला किया। गहलोत 1998 में पहली बार राजस्थान के मुख्यमंत्री बने थे और पांच वर्ष तक इस पद पर रहे। वह दूसरी बार 2008 से 2013 मुख्यमंत्री रहे।