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Congress always tried to overpower judiciary says PM in Prayagraj-न्यायपालिका की प्रतिष्ठा पार करने में कांग्रेस हर हद पार कर जाती है: मोदी - Sabguru News
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न्यायपालिका की प्रतिष्ठा पार करने में कांग्रेस हर हद पार कर जाती है: मोदी

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न्यायपालिका की प्रतिष्ठा पार करने में कांग्रेस हर हद पार कर जाती है: मोदी
Congress always tried to overpower judiciary says PM in Prayagraj
Congress always tried to overpower judiciary says PM in Prayagraj

प्रयागराज। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि न्यायपालिका की प्रतिष्ठा पार करने में कांग्रेस हर हद पार कर जाती है।

प्रधानमंत्री मोदी ने रविवार को यहां झूंसी के अंदावा में एक लाख से अधिक लोगों की भीड़ को सम्बोधित करते हुए कहा कि प्रयागराज को न्याय का मंदिर भी कहा जाता है। बीते कुछ समय से एक बार फिर न्यायपालिका पर दबाब का खेल शुरू हुआ है, उसके लिए देश और युवा पीढी को सतर्क किया जाना बहुत आवश्यक हैै।

उन्होंने कहा कि देश पर सबसे ज्यादा समय शासन करने वाली पार्टी ने हमेशा ही खुद को न्यायपालिका यहां तक की देश से भी अपने आप को ऊपर माना है। देश की हर संस्था को यहां तक की हर संवैधानिक संस्था को इस पार्टी (कांग्रेस) ने बर्बाद कर दिया।

उसके इशारों पर नहीं चलने, उसके इशारों पर झुकने को तैयार नहीं हुई, इसी मानमानी की वजह से हमारे देश की न्याय प्रणाली को भी कमजोर करने का प्रयास किया गया। इसका सिर्फ एक कारण था कि न्याय पालिका उन संस्थाओं में से एक ही है जो इस पार्टी से डटकर निरंकुश तरीकों के खिलाफ खड़ी रहती है।

राफेल मुद्दे पर केंद्र सरकार को क्लीन चिट मिलने के बाद भी कांग्रेस के मोदी सरकार को निशाने पर लेने के जवाब में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि न्यायपालिका की प्रतिष्ठा बर्बाद करने के लिए कांग्रेस सिर्फ बल का ही इस्तेमाल नहीं करती है, बल्कि वह छल, कपट, प्रपंच, धूर्तता की हर हद पार कर जाती है।

कुंभ के लिए 4048 करोड़ रुपए की 366 परियोजनाओं का लोकार्पण करने आए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि न्यायपालिका को लेकर इस पार्टी की कार्य संस्कृति रही है कि जब शासन में होते हैं तो लटकाने का काम करते हैं और जब विपक्ष में होती है तो धमकाने का कार्य करती है।

प्रधानमंत्री ने कहा कि हाल ही में हमने देखा कि कैसे उन्होंने (कांग्रेस) न्यायपालिका के सर्वोच्च न्यायिक व्यक्ति के खिलाफ महाभियोग प्रस्ताव लाने की कोशिश की। जजों को डराने, धमकाने की ये कोशिश उनकी पुरानी सोच का हिस्सा है। उनके एक नेता के केस की सुनवाई कर रहे न्यायाधीश से पूछा गया था कि क्या वह नहीं चाहते कि उनकी पत्नी करवा चौथ मनाए। ये धमकी नहीं तो क्या है।

मोदी ने कहा कि ये लोग (कांग्रेसी) हर संस्था को बर्बाद करने का प्रयास करने के बाद अब लोकतंत्र की दुहाई दे रहे हैं। लेकिन इनका प्रयास, इनकी साजिशें बार-बार यह साबित कर रही हैं कि ये स्वयं को देश, लोकतंत्र, न्यायपालिका और यहां तक कि जनता से भी ऊपर समझते हैं।

प्रधानमंत्री ने लोगों को कांग्रेस से सतर्क रहने की अपील करते हुए कहा कि इनका इतिहास जितना स्याह है, वर्तमान उतना ही कलंकित। इन्हें और इनके सहयोगियों को न देशवासियों से मतलब है, न देश से और न ही देश की आर्थिक, सांस्कृतिक समृद्धि से। इन्हें खास मौकों पर ही संस्कृति याद आती है।

प्रधानमंत्री ने कहा कि न्यायपालिक उन संस्थाओं में से एक रही है जो इस पार्टी (कांग्रेस) से डटकर और निरंकुश तरीकों के खिलाफ खड़ी रहती है। इस बात को प्रयागराज और यूपी के लोगों से बेहतर कौन जान सकता है कि कांग्रेस को न्यायपालिका पसंद नहीं है। देश वह दिन नहीं भूल सकता जब प्रयागराज के हाईकोर्ट ने सत्य एवं संविधान का साथ देकर इनको (इंदिरा गांधी) संसद से बेदखल कर दिया।

मोदी ने कहा कि उन्होंने लोकतंत्र को ही समाप्त करने की कोशिश की और देश पर आपातकाल मढ़ दिया। यहां तक कि देश का संविधान भी बदल डाला गया। कोशिश तो यहां तक हुई कि न्यायपालिका से चुनाव याचिका पर सुनवाई का अधिकार छीन लिया जाए। उनकी यही प्रवृत्ति रही है कि जो संस्था झुकती नहीं उसे तोड़ने की कोशिश की जाती है। यह उनकी सामंती सोच है जो उन्हें निष्पक्ष संस्थाओं को बलपूर्वक बर्बाद करने को उकसाती है।