ग्वालियर । मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को मिली पराजय को लेकर भाजपा के ही एक वरिष्ठ नेता जयसिंह कुशवाह ने अपनी ही पार्टी के वरिष्ठ नेतृत्व के गलत निर्णय और बयानबाजी के चलते सत्ता गंवाने का आरोप लगाया है।
कुशवाह ने कल यहां जारी विज्ञप्ति में कहा कि पंद्रह साल से प्रदेश में राज करने वाली भाजपा को उसके कर्ताधर्ताओं के गलत निर्णय, मनमर्जी और आहत करने वाली बयानबाजी से सत्ता गंवानी पड़ी है। उन्होंने कहा कि दो साल पहले रीवा में हुई प्रदेश कार्यसमिति की बैठक में उन्होंने सामाजिक समरसता की बात उठाई थी। क्योंकि उस दौरान सपाक्स राजनीतिक तौर पर सक्रिय हो रही थी। पार्टी ने इसकी अनदेखी की। उसके बाद एस्ट्रोसिटी एक्ट लागू करने से सवर्ण समाज पार्टी से नाराज हो गया।
वरिष्ठ नेता ने कहा कि सामान्य वर्ग की नाराजगी को दूर करने के बजाय टिकट वितरण में मनमानी की गयी। उन्होंने कहा कि सरकार की नीतियां एवं जनकल्याणकारी योजनाओं को बेहतर थीं। जिनका लाखों लोगों ने लाभ उठाया, लेकिन पार्टी और कुछ नेताओं के प्रति लोगों की नाराजगी को वरिष्ठ नेतृत्व भांप नहीं पाया। उन्होंने कहा कि अब चुनाव में जो प्रत्याशी पराजित हो गए हैं, वे अन्य वरिष्ठ नेताओं पर अपनी हार का ठीकरा न फोडें।