नयी दिल्ली । राज्यसभा के सभापति एम. वेंकैया नायडु ने पक्ष और विपक्ष के सदस्यों से सदन की कार्यवाही सुचारू रुप से चलाने में सहयोग का अनुरोध करते हुये आज कहा कि दो राज्यों से संबंधित मुद्दों पर बोलते समय संयम बरता जाना चाहिये।
नायडु ने सुबह सदन की कार्यवाही शुरू होते ही सदस्यों को संबोधित करते हुये कहा कि दो राज्यों के बीच के मुद्दों पर बाेलते समय संयम बरता जाना चाहिए। सदन में बोलने की प्रतिक्रिया बाहर भी होती है, इसलिये सदस्यों को इस पर विचार करना चाहिये। उनका इशारा कावेरी डेल्टा के किसानों के मुद्दे पर हंगामा कर रहे तमिलनाडु और केरल के सदस्यों की ओर था।
उन्होंने कहा कि सदन को चलाने के लिये सभी सदस्यों का सहयोग जरूरी है। सदन के एजेंडे में कई महत्वपूर्ण मुद्दे हैं जिन पर चर्चा होनी है। इनमें कीमतों में वृद्धि, ‘गज’ एवं ‘तितली’ चक्रवाती तूफान और केरल में बाढ़ जैसे मुद्दे शामिल हैं। उन्होंने कहा कि चर्चा के लिये दिये गये सभी नोटिसों को स्वीकार कर लिया गया है और इन पर क्रम के आधार पर चर्चा होगी। इसके अलावा एक विशेषाधिकार हनन का नोटिस भी मिला है। यह अदालत में विचाराधीन मामले से संबंधित है, इसलिए इस पर पर विचार-विमर्श के बाद बाद में फैसला किया जायेगा।