जयपुर। अयोध्या में श्रीराम की जन्म भूमि पर भव्य मंदिर निर्माण हेतु आज से नव दिवसीय संकल्प अनुष्ठानों का श्रीगणेश आज विहिप कार्याध्यक्ष आलोक कुमार द्वारा राजस्थान के बांसवाड़ा के एक भील बाहुल्य गांव से किया गया।
एक वृहद यज्ञ के बाद उपस्थित राम भक्तों को सम्बोधित करते हुए उन्होंने कहा कि वनवासी व गिरिवासियों के बीच भगवान श्रीराम ने 14 वर्ष विताए और उन पर होने वाले दुराचारियों के हमलों के विरूद्ध लड़ने का जो साहस तथा स्वाभिमान उन्होंने विकसित किया उसी का परिणाम है कि उनके पौरुष का लोहा आज माना जाता है।
देश में जितने भी महत्वपूर्ण परिवर्तन हुए हैं उनमें वनवासी गिरिवासी आदिवासी व भीलों की भूमिका बेहद महत्वपूर्ण रही है। उन्होंने कहा कि चाहे मेवाड़ की धरती को मुगलों के आतंक से आजाद करने की बात हो या देश में राम राज्य स्थापित करने की बात होए भीलों का योगदान विश्व विख्यात है इसीलिए राम मन्दिर हेतु संकल्प अनुष्ठानों का श्रीगणेश भी बांसवाडा के गांव घोड़ी तेजपुर की इस पवित्र वीर भूमि से किया जा रहा है।
विहिप प्रवक्ता विनोद बंसल ने एक बयान में बताया कि आज से देश भर में घर घर, मंदिर मन्दिर, मठों, गुरुद्वारों, जैन, स्थानकों व बौद्ध वाल्मीकि तथा आर्य समाज मंदिरों इत्यादि सभी आराधना स्थलों पर संकल्प अनुष्ठानों के द्वारा आध्यात्मिक शक्ति का जागरण किया जाएगा। गत 5 अक्टूबर को दिल्ली स्थित विहिप मुख्यालय में सम्पन्न हुई संत उच्चाधिकार समिति की बैठक में लिए गए एक निर्णय के अंतर्गत ये आयोजन आगामी 26 दिसंबर तक चलेंगे।