अहमदाबाद। गुजरात के अहमदाबाद में पुलिस ने बांग्लादेश में धर्म निरपेक्ष ब्लॉगर्स की हत्या तथा कई अन्य अपराधों में शामिल कुख्यात आतंकी संगठन अंसार बंगला टीम से जुड़े एक व्यक्ति को पकड़ा है जो अपने देश में चार लोगों की हत्या कर अपने घर के अहाते में दफन करने का भी आरोपी है।
यहां क्राइम ब्रांच के डीसीपी दीपेन भद्रन और एसीपी जीबी गोहिल ने बताया कि मूल रूप से बांग्लादेश के खुलना जिले के कमरकुला निवासी आजोम शमशु शेख उर्फ फकीर (52) को गुप्त सूचना के आधार पर यहां चंदोला-शाह आलम रोड पर चौकीदार बाबा की दरगाह के पास से दो दिन पहले पकड़ा गया।
वह भारत में अवैध रूप से प्रवेश के बाद पिछले 15 साल से गुजरात में रह रहा था। वह अहमदाबाद, जामनगर, वडोदरा और भरूच में अलग अलग जगहों पर रह चुका है। वर्तमान में वह भरूच में रहता था। उसने वीरमगाम के एक एजेंट के जरिये गलत पते के आधार पर वोटर पहचान कार्ड, पैन कार्ड और आधार कार्ड बनवा चुका था।
उसने एबीटी, जिसका संबंध अल कायदा से था और ब्लॉगरों पर हमले के बाद बैंक लूट की एक घटना के बाद जिसे मई 2015 में बांग्लादेश सरकार ने प्रतिबंधित कर दिया, से अपने जुड़े होने की बात स्वीकार की है।
उसने पैसे के लिए अपने गृहनगर के तीन लोगों जिसमें हिन्दू युवक बिलोई, मुस्तफा गाजी और उसका अपना दामाद रहीम अब्दुल गाजी शामिल हैं और डुमरिया निवासी इमरान अशद की हत्या कर उनके शव अपने घर के अहाते में दफनाने की बात भी स्वीकार की है।
उसने 2016 और 2017 में बांग्लादेश जाकर यह हत्याएं की थी। वहां की पुलिस ने इनमें से दो शव बरामद कर लिया हैं। उसके खिलाफ यहां भारतीय दंड संहिता की धारा 465, 467, 468, 471 और 114 के तहत यहां एक मामला दर्ज किया गया है।
गोहिल ने बताया कि उससे विस्तृत पूछताछ की जा रही है। उसके आतंकी संगठन को पैसे मुहैया कराने के लिए इन हत्याओं को करने की आशंका से इंकार नहीं किया जा सकता। उसे सात दिन की रिमांड पर लेकर आगे पूछताछ की जा रही है।
ज्ञातव्य है कि एटीबी से पहले इसका स्वरूप जमात ए इस्लामी के तौर पर था जिसे पैसे इकट्ठे करने के लिए 2007 में स्थापित किया गया था। वर्ष 2015 में इसका एटीबी के तौर पर नए स्वरूप में उदय हुआ था। आतंकवाद शोध और विश्लेषण संघ के अनुसार इसके अल कायदा से करीबी संबंध थे।