ढाका। बांग्लादेश में रविवार को हुए संसदीय चुनाव में प्रधानमंत्री शेख हसीना की अवामी लीग पार्टी वाले गठबंधन को जबर्दस्त बहुमत हासिल हुआ है और इसने 298 में से 287 सीटें जीत ली हैं।
स्थानीय टेलीविजन चैनल ने चुनाव आयाेग के हवाले से आज बताया कि अन्य दो विपक्षी दलोें कंजरवेटिव जातीय पार्टी और बीएनपी को मात्र 20 तथा छह सीटेंं ही मिली हैं।
अब हसीना फिर प्रधानमंत्री का पद भार संभालेंगी। हालांकि विपक्षी दलों ने उन पर धांधली का आरोप लगाया है। कल देश में विभिन्न स्थानों पर हुई चुनाव संबंधी झड़पों में कम से कम 17 लोगों की मौत हो गई थी।
विपक्ष ने दोबारा चुनाव की मांग की
बांग्लादेश में हुए संसदीय चुनावों के मतदान के कुछ घंटे बाद ही विपक्षी दलों ने कार्यवाहक सरकार और चुनाव आयोग से देश में फिर से चुनाव करवाने की मांग की। जतिया ओइक्या मोर्चा (नेशनल यूनिटी फ्रंट) विपक्षी गठबंधन के नेता कामल हुसैन ने चुनावों को हास्यापद करार देते हुए चुनाव आयोग से इसे रद्द करने की मांग की।
चुनाव के दौरान हुई हिंसा की विभिन्न घटनाओं के कम से कम 17 लोगों की मौत हुई है। पुलिस मुख्यालय ने प्रारंभिक सूचनाओं के आधार पर पूरे देश में चुनावी हिंसा की घटनाओं में 17 लोगों के मारे जाने की जानकारी दी है।
हसन ने संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए संसदीय चुनावों के परिणाम को पूरी तरह से खारिज कर दिया। उन्होंने कहा कि हमारी मांग है कि तटस्थ कार्यवाहक सरकार की निगरानी में फिर से चुनाव करवाये जाएं।
हुसैन ने कहा कि हमने अतीत के सभी कड़वे अनुभवों को दरकिनार करते हुए प्रधानमंत्री और चुनाव आयोग के आश्वासन पर चुनावी प्रक्रिया में हिस्सा लिया था लेकिन चुनावों में ओइक्या मोर्चे के नेताओं तथा कार्यकर्ताओं पर हमले किए गए। चुनावी हिंसा में 17 उम्मीदवार, 14000 कार्यकर्ता घायल हुए और 11000 कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार किया गया तथा 18 नेताओं को जेल से चुनाव लड़ने को मजबूर होना पड़ा।
संवाददाता सम्मेलन में विपक्ष के नेताओं ने कहा कि वे सोमवार को चुनावों पर अपनी विधिवत प्रतिक्रिया देंगे और आगे की कार्रवाई की घोषणा करेंगे।