नयी दिल्ली । राज्यसभा के सभापति एम वेंकैया नायडू ने कावेरी नदी पर बांध के मुद्दे को लेकर शीतकालीन सत्र के पहले दिन से ही रोज हंगामा कर रहे अन्नाद्रमुक और द्रमुक के 12 सदस्यों को आज दिन भर के लिए निलंबित कर दिया लेकिन इसके बाद भी ये सदस्य नहीं माने और उनका हंगामा जारी रहा जिसके कारण सदन की कार्यवाही गुरूवार तक के लिए स्थगित कर दी गयी।
नायडू ने भोजनावकाश के बाद इन सदस्यों को निलंबित करने के उपरांत सदन की कार्यवाही दो बजकर 28 तक के लिए स्थगित कर दी। उसके बाद सदन की कार्यवाही वमुश्किल दो मिनट के लिए चली और उपसभापति हरिवंश ने सदन की कार्यवाही अपराह्न तीन बजे तक के लिए स्थगित कर दी।
इसके बाद कार्यवाही शुरू होने पर अन्नाद्रमुक और द्रमुक के सदस्य सभापति के आसन के पास फिर आ गये और वे पहले की तरह ही हंगाम करते हुये नारेबाजी करने लगे। इसबीच संसदीय कार्य राज्य मंत्री विजय गोयल ने इस सदस्यों से शांत रहने और सदन को चलने देने की अपील की और कहा कि जल संसाधन मंत्री नितिन गडकरी कावेरी विवाद पर बयान देना चाह रहे हैं आप उन्हें अपनी बात रखने दीजिय। उन्होंने कहा कि कश्मीर को लेकर गृहमंत्री राजनाथ सिंह भी बयान देने के लिए बैठे हैं।
इसके बाद श्री हरिवंश ने भी सदस्यों ने शांत रहने और सदन से बाहर जाने की अपील की। इसके बाद भी हंगामा जारी रहा तब उप सभापति ने सदन की कार्यवाही गुरूवार तक के लिए स्थगित कर दी।