अमेठी । केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने शुक्रवार को कहा कि दशकों से बदहाली के शिकार उत्तर प्रदेश के अमेठी को नेहरू-गांधी परिवार का गढ़ कहना नाइंसाफी होगी क्योंकि केन्द्र की नरेन्द्र मोदी सरकार के कार्यकाल में यह जिला विकास के नये आयाम गढ़ चुका है।
ईरानी ने जायस नगर पालिका में पत्रकारों से बातचीत में कहा कि अमेठी को कांग्रेस का गढ़ कहना बेमानी होगी क्योंकि अमेठी संसदीय क्षेत्र की सभी विधानसभा सीटों पर राहुल गांधी की पार्टी मुंह की खा चुकी है। अब अमेठी को विकास का गढ़ कहना पड़ेगा। अगर अमेठी कांग्रेस का गढ़ होता तो सभी चुनाव राहुल गांधी इस क्षेत्र में नहीं हारते।
उन्होने कहा “ हमने 2014 में अमेठी की जनता को आश्वस्त किया था कि हमारे काम और विकास की वजह से राहुल जी जो पांच साल में एक बार दर्शन देते हैं उनके दर्शन दुर्लभ नहीं होगें। इस वचन पूर्ति मैं कर पाई हूं, इसके लिए मैं राहुल जी की आभारी हूं कि उन्हे विकास के पर्याय नरेन्द्र मोदी और योगी आदित्यनाथ के राज में विवश होकर अमेठी आना पड़ता है। अमेठी की दीदी और अमेठी सापरिवार उस भूले बिछड़े सांसद का स्वागत करता है। जो चुनाव के वक़्त ही अपनी जनता को मुंह दिखाते थे। ”
अपने एक दिवसीय दौरे पर अमेठी पहुंची ईरानी ने जायस में लोगों को संबोधित करते हुए कहा “ आप लोगों ने जायस नगर पालिका अध्यक्ष महेश सोनकर को जिता कर भारतीय जनता पार्टी को मजबूत किया है। ” जायस रेलवे स्टेशन को पूर्ण स्टेशन का दर्जा दिए जाने की मांग पर स्मृति ईरानी ने मंच से कहा कि जल्द ही इस मांग को पूरा किया जाएगा। विधवा पेंशन और जरूरतमंदों को प्रधानमंत्री आवास भी जल्दी ही मिलेगा।