सिरसा। हरियाणा के सिरसा में लार्ड शिवा नर्सिंग कालेज के सेंटर में एचटेट की परीक्षा देने के लिए फतेहाबाद जिले के कस्बा टोहाना से आई एक नवविवाहित परीक्षार्थी को आज इसलिए परीक्षा से वंचित रखा गया, क्योंकि उसने सुहाग का चूड़ा अपने हाथों में पहना हुआ था।
हालांकि परीक्षार्थी भावना व उसके साथ आए अभिभावक के अलावा ड्यूटी पर तैनात पुलिस कर्मचारियों ने भी परीक्षा नियंत्रक के समक्ष काफी मिन्नतें की, लेकिन उन्होंने एक न सुनीं। जिसके कारण नवविवाहिता परीक्षार्थी परीक्षा देने से वंचित रह गई।
भावना ने बाद में पत्रकारों से बातचीत में कहा कि अब यह न्यायालय का दरवाजा खटखटाएगी। भावना ने कहा कि कुछ समय पूर्व ही उसकी शादी रोहतक मेंं हुई थी। सामाजिक रीति-रिवाज के अनुसार नवविवाहित महिलाएं सवा साल तक सुहाग रूपी चूड़े को नहीं उतारती हैं।
भावना ने कहा कि ये किसी आभूषण में नहीं आतीं और बोर्ड की गाइडलाइन में भी चूड़ियों पर प्रतिबंध का कोई जिक्र नहीं है। लेकिन इसके बावजूद भी उसे परीक्षा से वंचित रखा गया। भावना ने दावा किया कि कि गत दिवस भी कई महिलाएं चूड़ी पहनकर परीक्षा देने आई थी, जिन्हें परीक्षा में बैठाया गया था। उन्होंने सवाल किया कि फिर उनके साथ ही भेदभाव क्यों?
भावना ने कहा कि उन्होंने एचटेट परीक्षा की कड़ी मेहनत कर तैयारी की थी, पूरा विश्वास था कि वह अवश्य यह परीक्षा पास करेंगी मगर परीक्षा नियंत्रक के ‘हठ‘ ने उसका भविष्य ही धूमिल कर दिया है।
डीईओ संत कुमार बिश्रोई ने कहा कि बोर्ड के दिशानिर्देशों के अनुसार ही परीक्षाएं करवाई जा रही हैं। बोर्ड की ओर से परीक्षा में चूड़ियां पहनकर आने के लिए मना किया गया है और वह इसमें कुछ नहीं कर सकते।