अजमेर। राजस्थान में हाल में विधानसभा चुनाव में मिली कामयाबी के बाद सरकार बनाने में सफल रही कांग्रेस ने अब राज्य की सभी 25 लोकसभा सीटों के मिशन-25 के लिए टिकट दावेदारों का पैनल बनाने का राज्य स्तरीय कार्यक्रम रविवार से शुरू किया लेकिन अजमेर शहर कांग्रेस कमेटी की ओर से आयोजित बैठक हंगामे की भेंट चढ़ गई।
प्रदेश के खान एवं गोपालन मंत्री प्रमोद जैन भाया की उपस्थिति में पार्टी कार्यकर्ता इस कदर बेकाबू हो गए कि बैठक में पुलिस बुलानी पडी। हंगामे के कारण बैठक में पैनल नहीं बन सका।
भाया पार्टी आलाकमान के निर्देशानुसार लोकसभा चुनाव के लिए अजमेर शहर एवं देहात के दावेदारों का पैनल बनाने पहुंचे। इस दौरान प्रदेश महामंत्री ललित भाटी ने अपनी बात रखते हुए कहा कि वर्ष 2018 के विधानसभा चुनाव में हारे हुए उम्मीदवार लोकसभा चुनाव में दावेदारी से बाहर रहे और इससे सबकी रजामंदी हो तो बात आगे बढ़ाई जाए।
इसको लेकर प्रदेश कांग्रेस के सचिव और अजमेर उत्तर विधानसभा क्षेत्र से पराजित उम्मीदवार महेंद्र सिंह रलावता और उनके समर्थक बिफर पड़े। जमकर अपने अपने नेताओं के समर्थन में नारेबाजी हुई और गर्मजोशी के बीच लोकतंत्र की दुहाई देते हुए सभी को मौका दिया जाने की बात कही गई। जैसे तैसे हंगामा शांत कराया गया।
हालांकि बैठक में कोई पैनल नहीं बन सका लेकिन इसमें शहर की ओर से पूर्व उपमंत्री ललित भाटी, पूर्व विधायक डॉ श्रीगोपाल बाहेती, प्रदेश सचिव महेंद्र सिंह रलावता तथा डेयरी सदर रामचंद्र चौधरी की दावेदारी सामने आई।
प्रभारी मंत्री भाया ने बैठक के बाद पत्रकारों से बातचीत में कहा कि कार्यकर्ताओं ने अपनी अपनी बात रखी है। उन्हें एकांत अथवा खुले में दोनों तरह से बात रखने का मौका दिया गया। कुछ नाम सामने आए हैं जिन्हें प्रदेश कांग्रेस कमेटी आलाकमान को भेजा जाएगा।
उन्होंने एक सवाल के जवाब में दावा किया कि कांग्रेस मिशन-25 के तहत प्रदेश की सभी पच्चीस लोकसभा सीट जीतकर केंद्र में कांग्रेस शासन कायम कराने में महत्वपूर्ण भूमिका अदा करेगी।