पानीपत। हरियाणा में पानीपत में आईटीआई के इंस्ट्रक्टर की उसी के छात्र ने लाठी डंडों से पीट-पीटकर हत्या कर दी और उसके शव को नहर में फेंक दिया। पुलिस ने हत्या के आरोप में छात्र विकास को गिरफ्तार कर लिया है।
जींद जिले के फुलियाकलां गांव निवासी राजेंद्र ने पुलिस को दी शिकायत में बताया कि उसका छोटा भाई मनीष (28) रोहतक जिला के कंसाला गांव की आईटीआई में इंस्ट्रक्टर के पद पर कार्यरत था। उसका भाई रोहतक की कबीर कॉलोनी में किराये पर रहता था। मनीष छह जनवरी को आईटीआई गया जहां से तीन बजे निकलने के बाद से ही उसका फोन स्विंच ऑफ था।
मोबाइल फोन से उसकी कॉल उसके चचेरे भाई सुरेश के पास डायवर्ट थी। रात को एक महिला के कई बार उसके पास फोन आए जो बार-बार कहती रही कि अपने जूते व बैग ले जाओ। सुबह सुरेश उसके पास आया और उसने बताया कि एक महिला के बार बार उसके फोन पर कॉल आ रही है।
राजेंद्र ने बताया कि उन्होंने रोहतक जाकर उसके कमरे पर पता किया तो मालूम पड़ा कि मनीष दो दिन से कमरे पर आया ही नहीं। इसके बाद आठ जनवरी को उसकी गुमशुदगी की शिकायत कंसाला पुलिस चौकी में दी।
जिस महिला के उनके पास फोन आए थे उसका नाम कमलेश निवासी सिंहपुरा मिला। उसका बेटा विकास कंसाला गांव में ही आईटीआई का छात्र है। छह जनवरी को मनीष कमलेश के पास गया था। उसके बाद से ही वह लापता था।
रविवार देर शाम को मनीष का शव पानीपत के उरलाना गांव के पास नहर में मिला। शव पर चोट के काफी निशान थे। सिर पर गंभीर चोटें थी। उनको शक है कि मनीष की हत्या में कमलेश और उसका बेटा विकास शामिल है।
बताया जा रहा है कि विकास को अपनी मां कमलेश के मनीष के साथ अवैध संबंध होने का शक था। इसी शक के आधार पर उसकी हत्या की गई है। अब पुलिस विकास को गिरफ्तार कर मामले की जांच कर रही है। विकास ने मनीष के सभी कागजात नष्ट कर दिए हैं।