चंडीगढ़ । पंजाब कांग्रेस के विधायक कुलबीर सिंह जीरा को नशे के मुद्दे पर आज पार्टी का अनुशासन तोड़ने के आरोप में पार्टी से निलंबित कर दिया गया।
प्रदेश के पार्टी प्रधान सुनील जाखड़ ने आज यहां पत्रकारों से कहा कि जीरा पार्टी का अनुशासन तोड़ने की बात कर रहे थे। इससे पहले उन्हें नोटिस भी दिया गया लेकिन अंतत: उन्हें पार्टी से निलंबित करना पड़ा क्योंकि पार्टी विरोधी गतिविधियों में संलिप्तता कतई बर्दाश्त नहीं की जा सकती। कोई अपनी बात पार्टी के भीतर रख सकता है लेकिन सार्वजनिक पार्टी विरोधी बयानबाजी सहन नहीं की जा सकती1
उन्होंने बताया कि जब से कांग्रेस सत्ता में आयी है तभी से अपने वादे के अनुसार नशे के खात्मे के लिये जीजान से काम कर रही है ।नशे की जड़ें इतनी गहरी हैं कि उसे एक सप्ताह में खत्म नहीं किया जा सकता ।हमें सरकार का इस दिशा में सहयोग करना चाहिये न कि इसे खत्म करने के प्रयास में जुटे पुलिस अधिकारियों का मनोबल गिराना नहीं चाहिये।
उन्होंने कहा कि जीरा ने नशे के मामले में आईजी रैंक के अधिकारी सहित कुछ पुलिस अधिकारियों की तस्करों से साठगांठ होने तक की बात कही थी। इसके अलावा जीरा ने कुछ दिन पहले पंचों तथा सरपंचों के शपथ ग्रहण समारोह का बहिष्कार तक कर दिया ।विधायक होने के नाते पद की गरिमा का ख्याल रखना चाहिये। हर बात पार्टी के मंच पर कही जानी चाहिये।