बेंगलुरू। कर्नाटक में पार्टी के अंदरूनी हालिया राजनीतिक घटनाक्रम से परेशान कांग्रेस पार्टी के केन्द्रीय नेता राज्य में जद(एस)-कांग्रेस गठबंधन की सरकार को गिराने के भारतीय जनता पार्टी के प्रयास को विफल करने के लिए जी तोड़ मेहनत कर रहे हैं।
ऐसी संभावना है कि केंद्रीय नेतृत्व उन असंतुष्ट विधायकों को मंत्री पद की पेशकश कर सकता है जिनके बारे में भाजपा के संपर्क में होने की रिपोर्टें है।
पार्टी के शीर्ष सूत्रों के अनुसार कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी और सोनिया गांधी के करीबी विश्वासपात्र कांग्रेस महासचिव अहमद पटेल ने असंतुष्ट कांग्रेस विधायकों से विचार-विमर्श करने और उन्हें पार्टी से इस्तीफा देने से रोकने के लिए राज्य के कांग्रेस नेताओं को निर्देश दिया है।
नाम न बताने की शर्त पर कांग्रेस के एक वरिष्ठ कार्यकर्ता ने बताया कि पार्टी के केन्द्रीय नेताओं ने भाजपा की पेशकश को ठुकराने वाले असंतुष्ट विधायकों को मंत्री पद देने का निर्णय किया है।
उन्होंने बताया, चिंचोली के विधायक उमेश जाधव तक पहुंचने के सभी प्रयास निरर्थक साबित हुये हैं। वह अपने खिलाफ सोशल मीडिया पर पार्टी के लोगों द्वारा चलाए जा रहे अभियान से गुस्से में हैं और कांग्रेस के नेताओं से बातचीत के लिए तैयार नहीं हैं।
इस बीच, पार्टी के वरिष्ठ नेता और जल संसाधन मंत्री डी के शिवकुमार, आवास मंत्री एमटी बी नागराज, शहरी विकास मंत्री यू टी खादेर और समाज कल्याण मंत्री प्रियांक खड़गे को पार्टी के हित में असंतुष्ट विधायकों के लिए कथित तौर पर स्वेच्छा से अपने मंत्री के पद को छोड़ने के लिए कहा गया है।