नई दिल्ली। कांग्रेस ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर सरकारी धन से भारतीय जनता पार्टी का चुनाव प्रचार करने का आरोप लगाते हुए मंगलवार को कहा कि चुुनाव आयोग काे इस मामले में संज्ञान लेना चाहिए।
कांग्रेस प्रवक्ता आनंद शर्मा ने यहां पार्टी मुख्यालय में एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि मोदी का वाराणसी में भारतीय प्रवासी दिवस के अवसर पर दिया गया संबोधन प्रधानमंत्री पद की गरिमा के अनुरूप नहीं है। उन्होंने कहा कि उनका भाषण तथ्यों और वास्तविकता के अनुरूप नहीं है।
उन्होंने आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री भाजपा का प्रचार और विपक्ष को बदनाम करने के लिये सरकारी धन और संसाधनों का इस्तेमाल कर रहे हैं। यह सरकारी धन का दुरुपयोग है। यह जनता का पैसा है जिससे भाजपा के हित साधने में लगाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि वास्तव में देश के प्रधानमंत्री भाजपा के प्रधान प्रचारक बन गये हैं। चुनाव आयोग को इस ओर ध्यान देना चाहिए।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री स्वयं तो भाजपा का प्रचार कर ही रहे है, साथ ही सरकारी संस्थाओं, संगठनों और कंपनियों का भी इस्तेमाल किया जा रहा है। ऐसी कंपनियां भी सरकार की उपलब्धियों का बखान कर रही हैं जो घाटे में चल रही है।
विपक्ष द्वारा धन बल का इस्तेमाल करने के प्रधानमंत्री के बयान की आलोचना करते हुए शर्मा ने कहा कि भाजपा ने पिछले तीन साल के दौरान चार हजार करोड़ रुपए विज्ञापन पर खर्च किए हैं। ये राशि कई बहुराष्ट्रीय कंपनियों के विज्ञापन व्यय से अधिक है। उन्होंने कहा कि भाजपा धन कुबेरों की पार्टी है।
शर्मा ने कहा कि प्रवासी दिवस के मौके पर प्रधानमंत्री ने प्रवासियों को भरमाने का प्रयास किया है। प्रधानमंत्री ने अपने भाषण में अपनी सरकार की उपलब्धियों का बखान किया है लेकिन वास्तव में स्थिति इसके उलट है। औद्योगिक उत्पादन गिर रहा है। रोजगार के अवसर समाप्त हो रहे हैं। कृषि उत्पादन में भी स्थिरता आ रही है। निर्यात के लक्ष्य पूरे नहीं हो रहे हैं। पूंजी निवेश घट गया है।
सरकार की विभिन्न योजनाओं का उल्लेख करते हुए उन्होेंने कहा कि मेक इन इंडिया अभियान विफल रहा है। विनिर्माण की गतिविधियां घट रही है। इस अभियान का प्रतीक चिह्न घड़ी बनाने वाली किसी कंपनी का है। सरदार वल्लभभाई पटेल की प्रतिमा चीन में बनी है।
कांग्रेस नेता ने आय स्तर पर एक रिपोर्ट का उल्लेख करते हुए कहा कि समाज में आर्थिक असमानता बढ़ी है। केवल 50 लाेगों के पास 50 प्रतिशत आबादी की संपत्ति जमा हो गई है। उन्होंने आरोप लगाया कि यह सब मोदी सरकार के कार्यकाल के दौरान हुआ है।