नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राष्ट्रीय डोपिंग रोधी एजेंसी (नाडा) और फिजिकल एजुकेशन फाउंडेशन ऑफ इंडिया (पेफी) की ओर से एंटी डोपिंग पर होने वाले राष्ट्रीय सेमिनार के लिए शुभकामनाएं दी हैं।
मोदी ने पेफी के राष्ट्रीय सचिव के पियुष जैन को अपने पत्र के माध्यम से कहा है कि सेमिनार का विषय ‘प्रिवेंशन ऑफ डोपिंग इन स्पोर्ट्स-करेंट चैलेंजेज एंड इनोवेशंस’ बेहद प्रासंगिक विषय है। सभी लोगों के व्यक्तिगत विकास के लिए खेल महत्वपूर्ण पहलू है।
इस सम्मेलन में खेल, शारीरिक शिक्षा आदि के विशेषज्ञ एंटी डोपिंग की महत्ता के बारे में चर्चा करेंगे। सेमिनार का आयोजन 30 और 31 जनवरी को दिल्ली में डॉ. अम्बेडकर इंटरनेशनल सेंटर, जनपथ पर हो रहा है
प्रधानमंत्री ने पत्र के माध्यम से कहा है कि अनुशासन, लक्ष्य पर केंद्रित होना, टीम भावना, सहयोग, हारजीत में भी समभाव की सीख खेल में ही मिलती है। व्यक्तित्व विकास में खेल का अहम योगदान है। एंटी डोपिंग पर होने वाले राष्ट्रीय सेमिनार से इसके विभिनन पहलुओं पर चर्चा से खिलाड़ी, प्रशिक्षक, खेल संस्थान को इस संबंध में जानकारी मिलेगी।
मोदी ने कहा कि एंटी डोपिंग सभी खिलाड़ियों और देश के लिए खेल को स्वच्छ और निष्पक्ष बनाने का काम करेगा। इससे हमारे खिलाड़ियों को डोपिंग के विभिन्न नकारात्मक पहलुओं के बारे में जानकारी मिलेगी। लिहाजा एंटी डोपिंग के प्रति खिलाड़ियों सहित खेल से सभी लोगों को जागरुक करना जरुरी है। यह पत्र पेफी के राष्ट्रीय सचिव के पियुष जैन को भेजा गया है।
सेमिनार का आयोजन 30 और 31 जनवरी को दिल्ली में डॉ. अम्बेडकर इंटरनेशनल सेंटर, जनपथ पर हो रहा है जिसमे पूरे देश भर से करीब 1000 खेल कूद और शारीरिक शिक्षा के विषय विशेषज्ञ, खिलाड़ी और छात्र-छात्रा भाग लेंगे।
कार्यक्रम का उद्घाटन स्वास्थ एवं परिवार कल्याण राज्यमंत्री अश्वनी कुमार चौबे, दिल्ली बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष मनोज तिवारी, बीसीसीआई के पूर्व अध्यक्ष एवं सांसद अनुराग ठाकुर, भारतीय कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष एवं सांसद बृज भूषण शरण 30 जनवरी को करेंगे।
कार्यक्रम के समापन सत्र को खेल कूद एवं युवा मामलों के मंत्री तथा ओलम्पिक रजत पदक विजेता कर्नल राज्यवर्धन सिंह राठौड़ 31 जनवरी को संबोधित करेंगे। इस अवसर पर राष्ट्रीय डोपिंग रोधी एजेंसी के महानिदेशक नवीन अग्रवाल ने सभी खिलाड़ियों और प्रशिक्षकों से कार्यक्रम में आने की अपील करते हुए कहा है कि इस कार्यक्रम के आयोजन से देश में डोपिंग के प्रति जागरूकता फैलाने में मदद मिलेगी।